1947 में पाकिस्तानी सेना द्वारा जम्मू कश्मीर में किये गए नरसंहार
1947 में जम्मू कश्मीर के भारत अधिमिलन से ठीक पहले पाकिस्तान ने 22 अक्तूबर को जम्मू कश्मीर पर हमला कर दिया. इस हमले में पाकिस्तानी सेना के साथ कबाइली सेना ने जम्मू कश्मीर में...
1947 में जम्मू कश्मीर के भारत अधिमिलन से ठीक पहले पाकिस्तान ने 22 अक्तूबर को जम्मू कश्मीर पर हमला कर दिया. इस हमले में पाकिस्तानी सेना के साथ कबाइली सेना ने जम्मू कश्मीर में...
आजादी के समय जम्मू कश्मीर राज्य की संवैधानिक स्थिति क्या थी और कैसे जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न अंग बना. इसको समझने के लिए कुछ समय के पड़ावों को समझकर आप आसानी से जम्मू...
1947 में ब्रिटेन समेत अंतरराष्ट्रीय ताकतें जम्मू कश्मीर राज्य को भारत में शामिल न होने देने की चालें चल रही थीं. क्योंकि एशिया में जम्मू कश्मीर का बहुत बड़ा भौगोलिक और सामरिक महत्व है....
22 अक्तूबर 1947, वो दिन था जब पाकिस्तानी सेना ने जम्मू कश्मीर हमला किया था. पाकिस्तानी सेना ने ये हमला तत्कालीन जम्मू कश्मीर के कोटली-मुज्जफराबाद इलाके में किया था. जो अब पाकिस्तान अधिक्रांत जम्मू...
मेरे पिता झंग-मधुआणा के जमींदार हिंदू परिवार के सबसे छोटे पुत्र थे। तब वे गांव के स्कूल में ही छठी कक्षा में पढ़ते थे। एक दिन स्कूल में ब्रिटिश इंडियन एजुकेशन सर्विस के अधिकारी...
विश्व भर में फैले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के करोड़ों स्वयंसेवकों के लिए 28 जुलाई, 2001 एक काला दिन सिद्ध हुआ। इस दिन भारत सरकार ने संघ के उन चार वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की मृत्यु की...
कारगिल विजय दिवस स्वतंत्र भारत के लिये एक महत्वपूर्ण दिवस है। यह हर साल 26 जुलाई को मनाया जाता है। कारगिल युद्ध लगभग 60 दिनों तक चला और 26 जुलाई को उसका अंत हुआ। इसमें भारत की विजय...
इतिहास स्मृति – 8 जुलाई अंग्रेजों के विरुद्ध लड़े गये भारत के स्वाधीनता संग्राम में वीर विनायक दामोदर सावरकर का अद्वितीय योगदान है। उन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर देश ही नहीं, तो विदेश...
जिन अंग्रेजों के अत्याचार की पूरी दुनिया में चर्चा होती है, भारतीय वीरों ने कई बार उनके छक्के छुड़ाए हैं। ऐसे कई प्रसंग इतिहास के पृष्ठों पर सुरक्षित हैं। ऐसा ही एक स्वर्णिम पृष्ठ...
जयपुर (विसंकें)। हल्दीघाटी का ऐतिहासिक युद्ध आज ही के दिन 18 जून 1576 को हुआ जिसमें प्रताप से घबराकर स्वयं अकबर युद्ध में नहीं आया, आसफ खाँ व जयपुर के राजा मानसिंह को भेजा।...