Category: पुण्य-तिथि

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20 अगस्त / पुण्यतिथि – इतिहासकार गंगाराम सम्राट

श्री गंगाराम सम्राट का जन्म 1918 ई. में सिन्धु नदी के तट पर स्थित सन गाँव में हुआ था. उनके गाँव में शिक्षा की अच्छी व्यवस्था थी. पढ़ाई पूरी कर वे उसी विद्यालय में...

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1 अगस्त/पुण्य-तिथि उपन्यासकार बाबू देवकीनन्दन खत्री

जयपुर (विसंकें)। हिन्दी में ग्रामीण पृष्ठभूमि पर सामाजिक समस्याओं को जाग्रत करने वाले उपन्यास लिखने के लिए जहाँ प्रेमचन्द को याद किया जाता है; वहाँ जासूसी उपन्यास विधा को लोकप्रिय करने का श्रेय बाबू...

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ज्ञान और विज्ञान का अनूठा मेल थे अब्दुल कलाम

जयपुर (विसंकें). डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की चर्चा आते ही आंखें चमक उठती हैं. वे मात्र उत्कृष्ट वैज्ञानिक ही नहीं, अपितु एक उत्तम व्यक्तित्व भी थे जो सभी मत-पंथों को समान रूप से सम्मान...

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23 जुलाई / पुण्यतिथि – आपातकाल के शिकार पांडुरंग पंत क्षीरसागर

जयपुर (विसंकें). पांडुरंग पंत क्षीरसागर का जन्म वर्धा (महाराष्ट्र) के हिंगणी गांव में हुआ था. बालपन में ही स्थानीय शाखा में जाने लगे. आगामी शिक्षा के लिए नागपुर आकर वे इतवारी शाखा के स्वयंसेवक...

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22 जुलाई / पुण्यतिथि – वीरेन्द्र मोहन जी का असमय प्रयाण

जयपुर (विसंकें). इसे शायद विधि का क्रूर विधान ही कहेंगे कि वीरेन्द्र मोहन जी ने एक दुर्घटना में बाल-बाल बच जाने पर प्रचारक बनने का संकल्प लिया था, पर प्रचारक बनने के बाद एक...

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4 जुलाई : स्वामी विवेकानंद की पुण्यतिथि

यदि कोई यह पूछे कि वह कौन युवा संन्यासी था, जिसने विश्व पटल पर भारत और हिन्दू धर्म की कीर्ति पताका फहराई, तो सबके मुख से निःसंदेह स्वामी विवेकानन्द का नाम ही निकलेगा. विवेकानन्द...

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03 जुलाई / पुण्यतिथि – विरक्त सन्त : स्वामी रामसुखदास जी

धर्मप्रयाण भारत में एक से बढ़कर एक विरक्त सन्त एवं महात्माओं ने जन्म लिया है. ऐसे ही सन्तों में शिरोमणि थे परम वीतरागी स्वामी रामसुखदेव जी महाराज. स्वामी जी के जन्म आदि की ठीक...

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29 जून / पुण्यतिथि – देहदानी : शिवराम जोगलेकर जी

वर्ष 1943 की बात है. द्वितीय सरसंघचालक श्री गुरुजी ने युवा प्रचारक शिवराम जोगलेकर से पूछा – क्यों शिवराम, तुम्हें रोटी अच्छी लगती है या चावल ? उत्तर में शिवराम जी ने कुछ संकोच...

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27 जून / पुण्यतिथि – कर्तव्य व अनुशासनप्रिय दादाराव परमार्थ

बात एक अगस्त, 1920 की है. लोकमान्य तिलक के देहान्त के कारण पूरा देश शोक में डूबा था. संघ संस्थापक डॉ. हेडगेवार जी किसी कार्य से घर से निकले. उन्होंने देखा कुछ लड़के सड़क...

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09 जून / पुण्यतिथि – समरसता के नव संशोधक : रामफल सिंह जी

जयपुर (विसंकें). अस्पृश्यता, जातिभेद तथा ऊंचनीच हिन्दू परम्परा का अंग नहीं हैं. यह बीमारियां मुसलमान आक्रांताओं की देन हैं, जिन्हें अंग्रेजों ने अपने हित के लिए खूब हवा दी. इस विचार को समाज में स्थापित कर समरसता...