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Glasnost, Bharat and the Sangh. 0

Glasnost, Bharat and the Sangh.

It was anticipated that the three day lecture series by Dr Mohan ji Bhagwat would trigger conversation and debate.  Most people welcomed this unique outreach. However some people expressed doubts on the sincerity of...

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संवाद से सुस्पष्ट दृष्टिपथ की ओर

– जे. नंदकुमार जी, अखिल भारतीय सह—प्रचार प्रमुख, रा.स्व.संघ भारतीय दर्शन का मूल तत्व है विचार मंथन. स्वस्थ चर्चा और रचनात्मक संवाद ने इस महान राष्ट्र की प्रगति में एक बड़ी भूमिका निभाई है....

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क्रान्ति और सद्भाव के समर्थक गणेशशंकर विद्यार्थी

*हर दिन पावन* 25 अक्तूबर/जन्म-दिवस श्री गणेशशंकर विद्यार्थी का जन्म प्रयाग के अतरसुइया मौहल्ले में अपने नाना श्री सूरजप्रसाद के घर में 25 अक्तूबर, 1890 को हुआ था। इनके नाना सहायक जेलर थे। इनके...

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आधुनिक मंत्रद्रष्टा ऋषि स्वामी रामतीर्थ

स्वामी रामतीर्थ के जन्म दिवस पर विशेष/22 अक्टूबर उनके श्वास-प्रश्वास में ‘ऊँ’ महामंत्र बस गया था। यही ‘ऊँ’ उनकी सर्वस्व था। इसी की अजस्र संगीत-लहरी उनके मुख से निरन्तर प्रवाहित होती रहती थी। कहते...

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वे अनमोल क्षण जिनमें डॉ.कलाम आनंदित हुए

डॉ.कलाम के जन्मदिवस पर विशेष  डॉ.ए.पी.जे.अब्दुल कलाम के संदर्भ में कही गई तीन बातों का स्मरण करते रहना चाहि— 1.केवल ताकत का ही सम्मान होता है। 2.भारत को एक मूल्यप्रधान एवं शक्तिशाली राष्ट होना...

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करूणा की प्रतिमूर्ति महर्षि वाल्मिकी

वाल्मिकी जयंती पर विशेष  वाल्मिकी करूण एवं संवेदनशील ह्दयवाले थे। देवर्षि नारद के उपदेश पाकर उन्होंने रामनाम का जाप किया। इसी बीच उनके शरीर पर वाल्मिक्य अर्थात् चीटियों ने घर बना लिया जिसके चलते...

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भूदान आंदोलन के नायक विनोबा भावे

11 सितम्बर—विनोबा भावे का जन्म—दिवस विनोबा भावे जी का जन्म महाराष्ट्र के कोलाबा (अब रायगढ़) जिले के गागोडे गांव में 11 सितंबर 1895 को हुआ था। माता का नाम रुकमणि और पिता नरहरि शंभू...

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ऐसा भी क्या था 480 शब्दों में…

स्वामी विवेकानन्द ने 11 सितम्बर 1893 को शिकागो की सर्वधर्मसभा में खचाखच भरे सभागार में एक संक्षिप्त व्याख्यान दिया। उसे सुनकर सब लोगों ने खडे़ हो तालियों की गड़गड़ाहट से आकाश गुंजा दिया और...

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‘मुझे गर्व है कि मैं एक ऐसे धर्म से हूँ …’-स्वामी विवेकानंद

स्वामी विवेकानंद ने 11 सितंबर 1893 को शिकागो (अमेरिका) में हुए विश्व धर्म सम्मेलन में एक बेहद चर्चित भाषण दिया था। स्वामी विवेकानंद का जब भी जिक्र आता है उनके इस भाषण की चर्चा...

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समान नागरिक आचार संहिता : आज की जरूरत

देश में समान नागरिक आचार संहिता का मुद्दा चर्चा का विषय है। समय—समय पर अनेक टी.वी. चैनलों पर बहस भी होती रहती है। कुछ लोग इसे लागू करने की बात कह रहे हैं तो...