सर्वजातीय सामूहिक विवाह सम्मेलन कल
जयपुर, 13 मई। छोटी काशी के नाम से विश्व—विख्यात गुलाबी नगर जयपुर कल 14 मई को ‘सामाजिक समरसता की मिशाल’ पेश करेगा। अवसर होगा सेवा भारती समिति राजस्थान, जयपुर एवं श्री रामजानकी विवाह समिति जयपुर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हो रहे ‘सर्वजातीय सामूहिक विवाह सम्मेलन’ का। जरूरतमंद परिवारों को सेवार्थ, सहायतार्थ एवं समरस समाज बनाने के उद्देश्य से आदर्श विद्या मंदिर, अंबावाडी में हो रहे इस सर्वजातीय विवाह सम्मेलन में उन्नीस जातियों के 51 जोडे. विवाह सूत्र में बंधेंगे।
सभी जाति बिरादरी प्रमुख करेंगे स्वागत
कल शनिवार को प्रात: सवा नौ बजे रतम्भ पूजा एवं प्रधान पूजा की जाएगी। इसके बाद प्रात: सवा दस बजे सीकर रोड के ढेहर के बालाजी स्थित सियारामदास की बगीची से बारात की निकासी होगी जो विभिन्न मार्गों से होती हुई अंबावाडी स्थित विवाह स्थल पहुंचेगी। बारात का सभी जाति—बिरादरी प्रमुखों की ओर से भव्य स्वागत किया जाएगा। सवा ग्यारह बजे तोरण और वरमाला की रस्म पूरी होगी। सवा बारह बजे शुभ विवाह संस्कार की शुरूआत होगी। इस दौरान 51 युवक—युवतियां अग्नि के संमुख सात फेरे लेकर जीवन भर साथ जीने—मरने का संकल्प लेंगे। इसके बाद प्रीतिभोज का कार्यक्रम रहेगा जिसमें सर्वजातीय समाज बंधु एक साथ बैठकर भोजन—प्रसादी ग्रहण करेंगे। विदाई समारोह सायं सवा चार बजे होगा।
संतों का मिलेगा आशीर्वाद
सम्मेलन के दौरान विवाह सूत्र में बंधे जोडों को त्रिवेणीधाम के संत नारायणदास जी महाराज, रेवासाधाम के स्वामी डॉ.राघवाचार्य वेदांती, नवल सम्प्रदाय के संत मुन्नादास खोडा आदि संत—समाज का आशीर्वाद प्राप्त होगा।
सामूहिक सम्मेलन की तैयारियां जोरों पर है। सामूहिक विवाह के लिए विशाल पाण्डाल बनाया जा रहा है। पाण्डाल में 51 यज्ञ—वेदी बनाई गई है। सामूहिक भोजन के लिए लड्डू आदि मिठाइयां तैयार की जा रही है।