जयपुर (विसंकें)। दुर्गा वाहिनी जयपुर प्रांत का शौर्य प्रशिक्षण वर्ग दिनांक 17 मई से 24 मई 2018 तक मीरा निकेतन गांधी विद्या मंदिर सरदारशहर के परिसर में संपन्न हुआ। शिविर के समापन समारोह कार्यक्रम में दुर्गा वाहिनी की क्षेत्रीय संयोजिका यज्ञा दीदी ने कार्यक्रम में उपस्थित प्रशिक्षणार्थियों एवं आगंतुकों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में नारी का सम्मान सनातन काल से ही होता रहा है। भारतीय संस्कृति के अलावा अन्य संस्कृतियों में नारी को भोग की विषय-वस्तु मानने के कारण उसको हमेशा प्रताड़ित होना पड़ा। कालांतर में मुगलों एवं अंग्रेजों के आगमन के कारण नारी सम्मान में कमी आई, उनकी स्वतन्त्रता पर प्रश्न चिन्ह खड़े हुए। आज समाज में फैली अपसंस्कृति एवं पाश्चात्य संस्कृति के बोल बाले के कारण हिंदू बहनों को अनेक प्रकार के षड्यंत्रों में फंसाया जा रहा है, जिनसे बहनों को सावधान रहने की आवश्यकता है। परंतु दुर्गा वाहिनी ऐसे प्रशिक्षण से नारी के स्वाभिमान को जगा कर उसे शक्ति संपन्न बनाना चाहती हैl समापन कार्यक्रम में सैकड़ों माताओं, बहनों एवम् पुरुष वर्ग ने हिस्सा लिया। सात दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग में क्षेत्रीय संयोजिका अभिलाषा जी, दुर्गा वाहिनी प्रांतीय पालक विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष सुभाष जी सैनी, विश्व हिंदू परिषद की मातृ शक्ति संयोजिका रत्ना दीदी, जयपुर प्रांत के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रांत प्रचारक डॉ शैलेंद्र, दुर्गा वाहिनी सह प्रांत संयोजिका जय श्री वर्मा आदि ने विभिन्न बौद्धिक वर्गों में जयपुर प्रांत की 91 बहनों को प्रशिक्षण दिया l दिनांक 23 मई को सायं शहर के प्रमुख मार्गों से पथ संचलन निकाला गयाl वर्ग में 17 शिक्षिकाओं एवं 12 प्रबंधकों ने व्यवस्था संभाली। वर्ग कार्यवाहिका विनीता जी शर्मा एवं प्रबंध प्रमुख सोनू शर्मा थीं।