38 साल के शोभायात्रा के इतिहास में ऐसा पहली बार:-हर पथ पर रामभक्त
रामनवमी पर शहर में एतिहासिक श्रीराम जी की शोभायात्रा निकाली गयी।शहर में 1980 से शोभायात्रा निकाली जा रही है पर 38 साल के इतिहास में इस बार यात्रा का स्वरुप अधिक भव्य था।। कार्यकर्ता एवम शहर के हर जन के मुख पर राम का नाम था।एक लाख से अधिक लोग इसमें शामिल हुए।
शहर की प्रत्येक बस्ती/मोहल्ले से 51से अधिक झांकियां एवम डीजे थे।मुख्य झांकी स्थानीय रघुनाथ जी के मंदिर से 4.15 बजे प्रारंभ होकर सुभाष चौक,फतेहपुरी गेट,बजाज रोड,तापड़िया बगीची,सूरजपोल गेट,घंटाघर,कल्याण सर्किल होते हुए अन्य झांकियों के साथ रामलीला मैदान पहुँची।
यात्रा में समाज के बंधू/भगिनी माताओ बहनो तथा हर किसी ने पुष्प वर्षा,जल एवम ठंडाई व्यवस्था की।कार्यक्रम में हिन्दू जागरण मंच के द्विप्रान्त संयोजक श्र्री मुरली मनोहर जी ने वीर सावरकर जी के वाक्य को चरित्रार्थ करते हुए बताया कि संगठित हिंदू युवा शक्ति का सैनिकीकरण करना बहुत आवश्यक है,आज जो हमसे अलग हुए है वो सब अपने ही है उन्हें फिर से हमें लाना होगा। उन्होंने बताया कि आज यह कार्यक्रम शहर में हुआ है अगली बार प्रतेयक तहसील केंद्रों पर करना है , कार्यक्रम में संत ओमदास जी महाराज,रैवासा पीठाधीस्वर राघवाचार्य महाराज ने कहा भगवान श्री राम ने रूढ़िवादिता को त्याग कर 14 वर्ष का वनवास अपनाया और वहां पर वनवासी गिरी वासी वंचित बंधुओं को संगठित कर उनका संगठण किया।
मुख्य आकर्षण:-बर्फ से सजी झांकी।
-कच्छी घोड़ी एवम ऊंटों द्वारा नृत्य
-हेलिकॉफ्टर से पुष्प वर्षा
– केशरिया गुबारों से सजी कार
-भारत माता एवम श्रीराम जी की संजीव झांकियां।
-101 डीजे एवम तोरण द्वार
-8 ड्रोन से सूरक्षा व्यवस्था।