आगे बढाने के लिए लघु उद्योगों को समानांतर रखना होगा…

# उद्योग दर्शन 2018

भारत को रोजगार प्रदान देश बनाना है – राठौड़

विसंके जयपुर, 6 जनवरी। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम बडे उद्योगों की रीढ खम्भ है। बडे उद्योगो को आगे बढाने के लिए लघु उद्योगों को समानांतर रखना होगा यह कहना था राजस्थान कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का वह आज लघु उद्योग भारती एवं सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, राजस्थान सरकार के संयुक्त तत्वाधान में जयपुर के सीतापुरा स्थित जे.ई.सी.सी. परिसर में चल रहे चार दिवसीय आई.आई.एफ. 2018 के दूसरे दिन आयोजित कार्यक्रम में कही।

कार्यक्रम में उपस्थित अतिथि गणकार्यक्रम में उपस्थित अतिथि गण

कार्यक्रम में उपस्थित अतिथि गण

कार्यक्रम में उपस्थित अतिथि गण

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राजे ने कहा की यदि हम लघु उद्योगो की समस्या पर ध्यान देगें तो समाधान स्वतः ही निकल जायेगा। लघु उद्योग क्षेत्र रोजगार प्रदान करने वाला क्षेत्र है। उन्होनें बताया की 690 स्टार्ट अप की शुरूआत के साथ राजस्थान देश में तीसरे पायदान पर है। किन्तु प्रदेश में जनसंख्या के अनुसार स्वरोजगार बढाने होगें जिससे युवाओं को रोजगार प्राप्त हो सके।

मुख्यमंत्री ने लघु उद्योग भारती से आग्रह किया की अपने प्रचार प्रसार को बढावें जिससें लघु उद्यमीयों का अधिक से अधिक जुडाव हो सके और उनके सामने आने वाली समस्याओं का समाधान किया जा सके। जिससे युवाओं का रूझान स्वरोजगार की ओर बढ़े और वह रोजगार दूसरो को रोजगार प्रदान करने वाले बनें।

कार्यक्रम में भारत के एम.एस.एम.ई सचिव अरूण पाण्डा ने कहा की सभी के सुझावों से सरकार द्वारा सुधार किया जा सकता है। उन्होनें बताया की देश में आज 18 तकनीकी केन्द्र काम कर रहे है और 15 निर्माणाधीन है।

आई.आई.एफ. 2018 में आज स्टार्टअप के लिये लघु उधोग भारती द्वारा चार युवाआें को विभिन्न क्षेत्रों में नवीन कार्य के लिये सम्मानित किया गया। जिसमें प्रथम पुरस्कार कौशलम बॉक्स के लिये ईश्ति गुप्ता को द्वितीय पुरस्कार नेजल एयर फिल्टर के लिये योगेश अग्रवाल एवं शशि रंजन को रॉकिंग गुरूड़ा के लिये तीसरा सार्थक शर्मा को तथा चौथा पुरस्कार आई रोबो लेब के लिये डॉ. पूजा अग्रवाल को दिया गया।

शनिवार को आई. आई. एफ. में मिनरल, ब्लिडिंग स्टोन एवं प्लास्टिक उत्पाद उद्योगो से सम्बन्धित समस्याओं को लेकर विभिन्न सत्रों में विषय विशेषज्ञों ने परिचर्चा की।

पाण्डा ने कहा की चरखे से चन्द्रयान बनाने तक लघु उद्योग अपना योगदान प्रदान कर रहे है। तेज, मार्स में काम आने वाले उपकरण इसका उदाहरण है। उन्होंने भारत सरकार की योजनाओं से भी व्यापारीयों को अवगत करवाया।

आई.आई.एफ 2018 में प्रातः पेनल डिसकश्न में केन्द्रीय युवा एवं खेल मंत्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ ने बताया कि भारत में उपभोग सबसे बडा है किन्तु उत्पादन कम है हम यदि बाहर से समान खरीदेगे तो देश की पूंजी बाहर जायेगी। जिससे देश की प्रगति मे विराम लगेगा। उन्होने कहा कि भारत सबसे युवा देश है, भारत में युवाओ की संख्या सबसे अधिक है। जिसके कारण विश्व में भारत की साख बढी है। भारत ने विश्व की अर्थवव्यस्था में अपना स्थान बनाया है ंविश्व मंदी के दौरान भी भारत की अर्थव्यव्स्था सुदढ रही।

राज्यवर्द्धन सिंह ने बताया कि भारत सरकार आर्थिक क्षेत्र मे सहयोग कर रही है। सरकार की कार्यप्रणाली के कारण बिचोलिये गायब हो गये है। युवाओ का स्वरोजगार प्रदान करने के लिये भारत सरकार ने अनेक योजनाएं शुरू की है। मुद्रा योजना इसका एक उदारण है जिसके कारण विगत वर्षा में स्वरोजगार बढ़ा है। उन्होने युवाआें का आहवान किया की हमें भारत को नौकरी प्रदान देश से रोजगार प्रदान देश बनाना है। देश के युवाओं के मन संकल्प है हमें कुछ बनाना है और कुछ करना है।

आई.आई.एफ-2018 के दूसरे दिन लघु उद्योग भारतीय के राष्ट्रीय अध्यक्ष जितेन्द्र गुप्ता, राष्ट्रीय महामंत्री गोविन्द लेले, राजस्थान सरकार के उद्योग कमीश्नर कुंजी लाल मीणा, रिको के चीफ सेक्रटरी राजीव स्वरूप, लघु उद्योग भारती के पालक साकलचंद बाकरेचा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र संघसंचालक डॉ. भगवती प्रसाद, लघु उद्योग भारती के संगठन मंत्री प्रकाश चंद, सांसद रामचरण बोहरा, यू.एस. से आई पूर्णिमा बोरियां के साथ राष्ट्रीय एवं प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य आयोजित सत्रों में मौजूद रहे।

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