कश्मीर घाटी के मंदिरों में तोड़फोड़ की घटनाएं कोई नई बात नहीं है. 90 के दशक और उसके बाद से ही घाटी में हिन्दू मंदिरों को तोड़ा गया है. लेकिन जम्मू क्षेत्र में ऐसी घटनाओं को बढ़ने नहीं दिया गया. लेकिन पिछले कुछ दिनों से किश्तवाड़ जैसे शांत क्षेत्र में भी घटनाएं बढ़ रही हैं. 06 और 07 जनवरी की मध्य रात्रि को एक बार फिर ऐसी ही साजिश रची गई. किश्तवाड़ के प्रसिद्ध शालीमार शिव मंदिर में देव प्रतिमाओं को तोड़ दिया गया. मंदिर में स्थापित शिवलिंग को विखंडित कर बाहर फेंक दिया गया.
सुबह घटना के बारे में स्थानीय लोगों को जानकारी मिली तो हंगामा मच गया. आनन-फानन में पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. इस बीच हिन्दू संगठनों ने ये कुकृत्य करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.
बताया जा रहा है कि पिछले साल भी इसी मंदिर तोड़फोड़ की गई थी. लेकिन तब भी पुलिस आरोपियों का पता नहीं लगा पाई थी.
नवंबर महीने में बीजेपी नेता अनिल परिहार और उसके भाई की आतंकियों ने हत्या कर दी थी. मामले में आरोपियों को पकड़ने में एजेंसियां अब तक नाकाम हैं. इससे जनता में रोष है.