अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा चैत्र शुक्ल पूर्णिमा 31 मार्च से होगी। हनुमानमंडल व अयोध्या धाम चौरासी कोसी परिक्रमा धर्मार्थ सेवा संस्थान परिक्रमा की तैयारियों को अंतिम रूप देने में लग गया है। 31 मार्च को संत-धर्माचार्य व परिक्रमार्थी मखौड़ा के लिए अयोध्या से रवाना होंगे। 01 अप्रैल को मख भूमि मखौड़ा बस्ती से परंपरानुसार परिक्रमा आरंभ करेंगे। परिक्रमा की तैयारियों के बारे में जानकारी देते हुए विहिप के केंद्रीय मार्गदर्शक के वरिष्ठ सदस्य पुरुषोत्तम नारायण ने बताया कि परिक्रमा का लक्ष्य अयोध्या की सांस्कृतिक सीमा को सुरक्षित रखने के साथ-साथ राममंदिर निर्माण के लिए जनजागरण करना भी है। कहा कि सांस्कृतिक सीमा के अंदर स्थित कई धार्मिक स्थल विलुप्त हो रहे हैं। उनके संरक्षित करने के उद्देश्य से यह परिक्रमा की जा रही है। 31 मार्च को हनुमान जयंती के अवसर पर कारसेवकपुरम में 3.30 से 4.30 बजे तक महाआरती के उपरांत परिक्रमार्थियों का जत्था मखक्षेत्र मखौड़ा के लिए रवाना होगा। जिसमें साधु-संत सहित विभिन्न प्रांतों से आ रहे परिक्रमार्थी भी शामिल होंगे। परिक्रमा 20 अप्रैल को समाप्त होगी।इन क्षेत्रों से होकर गुजरेगी यात्रा−
01 अप्रैल को परिक्रमा रजवापुर, रामगढ़ खास, छावनी होते हुए रामरेखा पहुंचेगी‚ 02 अप्रैल को विश्वेसरगंज, हनुमानबाग, सरयू नदी पार कर श्रृंगी ऋषि आश्रम‚ 03 अप्रैल को महबूबगंज, भिटौरा, पुरैनी वंदनुपर होते हुए गोसाईगंज‚ 04 अप्रैल को पड़ेलवा चौराहा, टिकरी, जयसिंह मऊ होते हुए तारून‚ 05 अप्रैल को तारून हनुमान मंदिर से रामपुर भगन सूर्यकुंड, सीताकुंड दराबगंज से खेमासराय‚ 06 अप्रैल को खेमासराय से रूसखास, ढेमावैश्य होते हुए आस्तिकन‚ 07 अप्रैल को मवई, इनायतनगर, अस्थना से जन्मेजय कुंड‚ 08 अप्रैल को सिड़सिर, अमरगंज, नंदौली होते हुए अमानीगंज‚ 09 अप्रैल ललुआपुर, रूदौली, गोगांवा से रौगागांव‚ 10 अप्रैल को गनौली, मेरामऊ, संतोषी पटरंगा मोड़ से पटरंगा‚ 11 अप्रैल को आलियाबाद, फूलमती चौराहा, नियामतगंज से बेलखरा, बाराबंकी‚ 12 अप्रैल को मूर्तिहन घाट, सरयू नदी पार करना देवीगंज से दुलारे बाग‚ 13 अप्रैल को ब्रह्मचारी चौराहा से चरसंडी, भौरीगंज मोड़ होते हुए जन्मूघाट‚ 14 अप्रैल को राजापुर, पसका सूकरक्षेत्र, नायबपुरवा से बखरिहा गोंडा में पड़ाव होगा‚ 15 अप्रैल को बाराही देवी, मां बाराही ज्ञान स्थल, उमरी से डिक्सिर गोंडा‚ 16 अप्रैल को छोटका नियावां से अमदही, पकड़ी से जमथा‚ 17 अप्रैल को परियावां, रागी, गणेशगंज चैराहा से तुलसीपुर गोंडा‚18 अप्रैल को चौखड़िया पुल से महंगूपुर, पहलवान बीर बाबा, नबाबगंज‚ 19 अप्रैल को नगवा, रेहली, सिकंदरपुर से मखौड़ा बस्ती और 20 अप्रैल को सिकंदरपुर से कटरा कुटी धाम, होते हुए वापस अयोध्या पहुंचेगी।