भारत के लोग देश की सीमा से बाहर जाकर भी सम्पूर्ण वसुधा को मां के रूप में देखते है

विसंके जयपुर 8 नवम्बर। भारत के लोग देश की सीमा से बाहर जाकर भी सम्पूर्ण वसुधा को मां के रूप में देखते है, यहां निर्मल और शाश्वत प्रेम है यह कहना था राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह सेवा प्रमुख गुणवन्त सिहं कोठारी का वह आज हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा फाउण्डेशन और राजस्थान युवा बोर्ड के संयुक्त तत्वाधान में आज जयपुर के सवाई मान सिंह स्टेडियम में तीसरे वन्देमातरम् कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप में बोल रहे थे।

उन्होनें कहा की 287 वर्ष पूर्व जिस प्रकार अमृता देवी ने खेजडी के वृक्ष को बचाने के लिए 363 ग्रामीणो और अपने परिवार के साथ स्वयं का बलिदान दिया। जिस प्रकार राजा बलि ने एक पक्षी की रक्षा के लिए अपना बलिदान दिया। भारत की धरती पर ऐसे अनेक उदाहरण देखने और सुनने को मिलते है जिन्होनें मानव ही नहीं अपितु पशु पक्षीयों के लिए भी बलिदान दिया।

कोठारी ने कहा की हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा फाउण्डेशन इसी प्रकार छः थीम के साथ समाज के मध्य कार्य कर रहा है। उन्होनें कार्यक्रम में उपस्थित युवाआें से आह्वान किया की जयपुर को स्वच्छ बनाकर देश में उदाहरण प्रस्तुत करें।

कार्यक्रम में कल्याण जी-आनन्द जी के आनन्द जी की टीम ने अनेक मनमोहक देशभक्ति गीतों की प्रस्तुती दी। जिन पर कार्यक्रम में उपस्थित युवा झुमते दिखे।

कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री सुरेश प्रभु, राष्ट्रीय स्वयंसेवक सघ के राजस्थान क्षेत्र प्रचारक दुर्गादास, प्रान्त प्रचारक निम्बाराम सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति कार्यक्रम में उपस्थित थे। इस भव्य आयोजन में शहर के विभिन्न विद्यालयो, महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों के हजारों विद्यार्थियों के साथ सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ता, स्वंयसेवी संस्थान, स्काउट-गाइड, एन.एस.एस, एन.सी.सी. के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।

जयपुर के सवाई मान सिंह स्टेडियम में वन्देमातरम् कार्यक्रम

जयपुर के सवाई मान सिंह स्टेडियम में वन्देमातरम् कार्यक्रम

HSSF (1)

????????????????????????????????????

जयपुर के सवाई मान सिंह स्टेडियम में वन्देमातरम् कार्यक्रम

????????????????????????????????????

जयपुर के सवाई मान सिंह स्टेडियम में वन्देमातरम् कार्यक्रम

????????????????????????????????????

जयपुर के सवाई मान सिंह स्टेडियम में वन्देमातरम् कार्यक्रम

HSSF (5) - Copy

You may also like...

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

nineteen + nineteen =