जयपुर (विसंकें)। जयपुर शहर के झोटवाडा के नारायणपुरी बी में स्थित हितेश्वर महादेव मन्दिर की टूटी मूर्तियों की पुनः प्राण प्रतिष्ठा कराने व असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया है कि झोटवाडा के वार्ड नंबर 13 की नारायणपुरी बी में सोसायटी द्वारा आवासीय काॅलोनी विकसित करते समय चार स्थान सुविधा के नाम से आरक्षित किये थे, जिनमें से तीन स्थानों पर सम्प्रदाय विशेष के लोगों द्वारा अवैध कब्जा कर मकान बना लिये हैं। यहां हितेश्वर महादेव मंदिर में काॅलोनीवासियों द्वारा मन्दिर की प्राण-प्रतिष्ठा कर आमजन पिछले 30-35 वर्षो से पूजा-पाठ करते आ रहे हैं। उक्त स्थान को भी सम्प्रदाय विशेष के असामाजिक तत्वों द्वारा अवैध रूप से कब्जा करने के मकसद से साम्प्रदायिक द्वेषता फैलाते हुये पिछले कुछ वर्षो में हिन्दू समाज के धार्मिक कार्यक्रमों में व्यवधान उत्पन्न करते हैं। मन्दिर परिसर में आ रहे श्रद्वालु महिलाओं व मन्दिर पुजारी को डरा धमका कर मन्दिर में पूजा पाठ करने से रोका जाकर, मन्दिर परिसर की भूमि पर अवैध कब्जा करने का है। पुलिस की मिलीभगत व नाकामी के कारण सम्प्रदाय विशेष के असामाजिक तत्वों का इतना हौसला बुलन्द हो गया कि 19 जून को भी मन्दिर की मूर्तियां तोड दी थी। आमजन की भावना व साम्प्रदायिक सौहार्द को कायम रखने के उद्देश्य से हितेश्वर महादेव मन्दिर की मूर्ति जो कि खण्डित कर दी गई थी, की विधि विधान से प्राण प्रतिष्ठा हो व मन्दिर में पूर्ण मरम्मत करवाई जाकर उसके चारों ओर पुख्ता चारदीवारी का निर्माण किया जाकर, मन्दिर पर श्रद्वालुओं के साथ व महिलाओं के साथ अभद्रतापूर्ण व्यवहार करने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ व मन्दिर परिसर में आगजनी व मूर्ति तोड जाने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ व आपके विभाग के पुलिसकर्मी जो कि असामाजिक तत्वों के साथ मिलकर साम्प्रदायिक द्वैषता फैला रहे है, के खिलाफ 10 दिन में उचित कार्यवाही करवाई जावे अन्यथा राज्य सरकार एवं पुलिस प्रशासन की विफलता के विरूद्व जन आन्दोलन किया जावेगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी पुलिस-प्रशासन की होगी। महादेव मंदिर में असामाजिक तत्वों द्वारा तोड़फोड़ करने एवं मंदिर की गतिविधियों में व्यवधान डालने वाले लोगों के खिलाफ पुलिस प्रशासन के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं करने से क्षेत्र की जनता में रोष है। बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा एवं शीघ्र कार्रवाई करने का आग्रह किया जिससे सांप्रदायिक सौहार्द बना रहे। स्थानीय पुलिस ने मंदिर की मूर्तियों को खंडित करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई करने के बजाय मंदिर में पुनः मूर्तियों की प्रतिष्ठा करने वाले स्थानीय निवासियों को ही नोटिस जारी कर दिए जिसको लेकर लोगों में रोष एवं भय व्याप्त है।