अयोध्या में राममंदिर निर्माण की शुरुआत वर्ष 2019 में हो जाएगी। इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। अब तो रामजन्मभूमि एक और बलिदान चाहती है। हमें इस बलिदान के लिए तैयार रहना होगा। ये विचार राज्यसभा सांसद विनय कटियार ने यूपी के अयोध्या में व्यक्त किए। इससे पूर्व संत-धर्माचार्यों और श्रद्धालुओं ने रामकोट क्षेत्र की परिक्रमा भी की। विक्रमादित्य महोत्सव समिति की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में राम मंदिर निर्माण के साथ समूचे राष्ट्र को राममय बनाने का संकल्प लिया गया। विनय कटियार ने कहा कि अयोध्या में कई मस्जिदें हैं, लेकिन उनको यहीं मस्जिद चाहिए, यह इनकी महाजिद है। उन्होंने बताया कि रामकोट की परिक्रमा का मतलब भगवान राम की परिक्रमा है। भगवान राम को मुक्त कराने के लिए अब तक साढ़े तीन लाख रामभक्तों का बलिदान हो चुका है। यह बलिदान कैसा होगा, अभी यह कहना कठिन है। कटियार ने आगे कहा कि जिस तरह से छह दिसंबर 1992 को मुलायम सिंह यादव ने गोलीबारी करवाई थी और कई लोगों की मौत हुई थी, उसी तरह एक और क्रांति की जरूरत है और हिंदू समुदाय को बलिदान के लिए जरूर तैयार रहना चाहिए।