जयपुर (विसंकें)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय समन्वय बैठक में भाजपा समेत इसके सभी अनुषंगी संगठनों एवं वरिष्ठ प्रचारकों ने ‘विचारधारा और पहु्ंच’ का दायरा बढ़ाने पर जोर दिया। पुणे में हुई संघ की इस बैठक को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। क्योंकि, इस स्तर की समन्वय बैठक करीब 10 वर्षों के अंतराल पर आयोजित की गई है। संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि हमारी दैनिक शाखाओं, साप्ताहिक बैठकों और मासिक मंडलियों में इस अवधि में 18 फीसदी वृद्धि हुई। तीन साल पहले हमारी 43,000 स्थानों पर इकाईयां थीं और यह संख्या अब बढ़कर 55,000 हो गई हैं। पिछले दस सालों से संघ का कार्य लगातार बढ़ा है। पिछले साल प्राथमिक शिक्षा वर्गों में एक लाख युवाओं ने पूरे देश में हिस्सा लिया। बैठक में सभी संगठनों को युवा, कमजोर वर्गों एवं महिलाओं के सशक्तिकरण और उन तक पहुंच बनाने के संबंध में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई। वर्ष 2025 में शताब्दी वर्ष को देखते हुए संघ पूरे देश में अपनी शाखाओं का विस्तार करना चाहता है। संघ के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि संघ की अखिल भारतीय समन्वय बैठक 17 अप्रैल से पुणे में आयोजित की गई। इसमें 18 से 20 अप्रैल को मुख्य बैठक हुई जिसमें खास तौर पर समसामयिक मुद्दों पर चर्चा हुई। इन विषयों में मजदूरों, किसानों, महिलाओं और युवाओं से जुड़े विषय प्रमुख थे। इस बैठक में सरसंघचालक मोहन भागवत जी, सरकार्यवाह, क्षेत्रीय प्रचारकों और प्रांतीय प्रचारकों के अलावा भाजपा के संगठन मंत्री रामलाल, भारतीय मजदूर संघ, किसान संघ, वनवासी आश्रम समेत सभी सहयोगी संगठनों ने हिस्सा लिया। बैठक के दौरान क्षेत्रीय एवं प्रांतीय प्रमुखों एवं वरिष्ठ प्रचारकों ने अपने लक्ष्यों एवं कार्यांे की प्रगति के बारे में रिपोर्ट पेश की। संघ के एक अन्य पदाधिकारी ने बताया कि पिछले तीन साल में हमने संगठन के विस्तार का एक कार्यक्रम चलाया है।
अप्रैल माह से संघ का नया शिक्षा वर्ग प्रारंभ हुआ है और इसमें अधिक संख्या में तरूणों समेत युवाओं को जोड़ने पर बल दिया गया है।