उदयपुर (विसंकें). रमेश शुक्ला ने कहा कि समाज हित व राष्ट्र हित की पत्रकारिता युगधर्म है. पत्रकार समाज का दर्पण है. वह अपने समाचारों से समाज एवं राष्ट्र की संस्कृति के अनुरूप समाचार लिख समाज को दिशा देने का काम करता है.
वे विश्व संवाद केन्द्र, उदयपुर द्वारा नारद जयंती के उपलक्ष्य में “वर्तमान परिदृश्य में पत्रकारिता की चुनौतियां व समाधान” विषय पर आयोजित विचार गोष्ठी – परिचर्चा में बोल रहे थे.
उन्होंने कहा कि पत्रकार के समक्ष कितनी भी चुनौतियां आएं, वह अपना धर्म न भूले. युगानुकूल पत्रकारिता एवं दवर्षि नारद का उद्धरण देते हुए देवासुर संग्राम में उनकी भूमिका का चित्रण कर कहा कि नारद जी ने कैसे देवताओं तथा असुरों दोनों से संवाद रखते हुए जितनी आवश्यकता थी, उतनी ही बात उस पक्ष को बताई. वर्तमान में पत्रकारिता एक पेशा है, व्यवसाय है, ऐसे में पत्रकार के समक्ष अपने व्यवसाय तथा समाज के प्रति जिम्मेदारी पूर्वक पत्रकारिता करना एक चुनौति पूर्ण कार्य है.
गोष्ठी में विभिन्न समाचार समूहों के पत्रकार, स्वतंत्र पत्रकार व डिजिटल मीडिया के पत्रकारों ने वर्तमान परिदृश्य में पत्रकारिता की चुनौतियां व समाधान विषय पर विचार रखे, कहा कि परिवारों में युवाओं में समाचार पत्र पत्रिकाएं, एवं सद्साहित्य पढ़ने का रूझान कम होता जा रहा है. जिससे वे सम-सामयिक घटनाओं की जानकारी से अछूते रहते हैं.
सरोज कुमार ने कहा कि युवाओं का सोशल मीडिया की तरफ बहुत ज्यादा रूझान व समय देने से वे कई बार मिथ्या एवं अपूर्ण जानकारी को सच मानते है और यह उनके चरित्र पर नकारात्मक प्रभाव छोड़ता है. समाचार पत्रों का वाचन प्रतियोगी परीक्षाओं में सामान्य ज्ञान विषय के लिए बहुत ही उपयोगी है.
इससे वरिष्ठ पत्रकार हेमेन्द्र श्रीमाली, भरत मिश्रा, रमेश शुक्ला, कमल प्रकाश रोहिला ने गोष्ठी का शुभारम्भ देवर्षि नारद के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन कर किया. कमल प्रकाश रोहिल्ला ने बताया कि पत्रकार सम्मान समारोह का आयोजन भी जल्द किया जाएगा.