नोएडा, 15 जुलाई। राष्ट्रवादी चिंतक और भारत नीति संस्थान के मानद निदेशक प्रोफेसर राकेश सिन्हा ने कहा कि इस्लामी कट्टरता से पूरे विश्व को खतरा है। यही कट्टरता आतंकवाद की जननी है। इसका हल इस्लाम को ही करना है। इसके लिए उसे अपने में मूलभूत सुधार करने होंगे। श्री सिन्हा एवियर एजुकेशन हब सभागार में केशव संवाद पत्रिका के ‘राष्ट्ररक्षा और मीडिया’ विषयक विशेषांक का विमोचन समारोह में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि मीडिया का एक हिस्सा पहले से तय लाइन पर काम करते हुए हर उस विचार को पीछे धकेलता है जिससे राष्ट्रवाद की आवाज बुलंद हो। जेएनयू से लेकर जम्मू कश्मीर तक मीडिया का यह हिस्सा यही काम कर रहा है। जवाहर लाल नेहरू और उन्हीं तरह की राजनीतिक संस्किति वालों के शासन में पले और बढ़े मीडिया को हिंदुत्व से चिढ़ जैसी है। हिंदुत्व पर आधारित नयी राजनीतिक संस्कृति से इस तरह की पीढ़ी में घबराहट है। इसीलए ये हर उस प्रयास का विरोध करते हैं जिससे हिंदुत्व औ राष्ट्र मजबूत हो।
उन्होंने जोर देकर कहा कि कश्मीर से कन्याकुमारी तक देश की एक ही पहचान है। अलग पहचान के लिए अब स्थान नहीं है। राष्ट्र की संप्रभुता और एकता के सवाल पर अब किसी तरह के समझौते की गुंजाइश नहीं है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र कार्यवाह मनवीर सिंह ने कहा कि पत्रकारिता की पहुंच जब तक गांवों तक नहीं होगी तब तक सूचना का संसार अधूरा ही रहेगा। उन्होंने केशव संवाद जैसी पत्रिकाओं और अन्य समाचार पत्रों को देश के लाखों गांवों तक अपना फैलाव करने की आवश्यकता पर बल दिया। विशिष्ट अतिथि और रेडियो जाकी से जुड़ीं श्रीमती रेखा रानी जसोरिया और गीत काव्य गायिका श्रीमती बिंदू सिह ने मीडिया में राष्ट्रवाद के पक्ष को मजबूत करने पर बल दिया।