प्लास्टिक तथा ई-कचरा मुक्त होगा पुणे

—संघ का दस दिवसीय महाअभियान
—पुणे की सत्तर से अधिक संगठनों का सहभाग
—15 हजार कार्यकर्ता और डेढ़ लाख से अधिक छात्र होंगे सहभागी
विसंकेजयपुर
पुणे, 18 अगस्त। पुणे को प्लास्टिक तथा ई—कचरा मुक्त करने के प्रयास तेज हो गये हैं। इसके लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, पुणे महानगर ने दस दिवसीय महाअभियान हाथ में लिया है जिसकी शुरूआत रक्षाबंधन को हुई। यह महाअभियान 28 अगस्त तक चलेगा। इसके तहत संघ जनजागरण का काम करेगा। स्वयंसेवक स्थानीय संस्थाओं और संगठनों से सम्पर्क कर इस अभियान में सहयोग करने का आग्रह करेंगे। अब4717346349_d72c471cbc_z तक 70 संस्थाएं आगे आई है।
संघ के नेतृत्व में शहर के जनप्रतिनिधि, 70 से अधिक संस्थाएं, संगठन और बैंक इस महाअभियान में सहभागी होंगी। इस 10 दिवसीय महाअभियान में लगभग 15 हजार से अधिक संघ शाखाएं, 1.5 लाख से अधिक छात्र सक्रिय सहभाग लेंगे। इसके माध्यम से स्वयंसेवक एवं कार्यकर्ता पर्यावरण संरक्षण का संदेश लगभग 5 लाख से अधिक घरों तक पहुंचाएंगे। शहर में 44 केंद्र तथा 300 से अधिक उपकेंद्रों पर यह कचरा इकठ्ठा किया जाएगा। उसके बाद वैज्ञानिक पद्धति द्वारा उसे प्रक्रिया के लिए भेजा जाएगा। कचरा देने के लिए संकलन केंद्र पर आनेवाले नागरिकों को स्वयंसहायता समूहों के सहयोग से पुराने कपड़ों से बनी थैलियां वितरित की जाएगी जिससे रोजमर्रा जीवन में प्लास्टिक थैलियां का प्रयोग कम हो सके।
कचरे का निपटारा वैज्ञानिक पद्धति से होगा
महाअभियान के अंतर्गत संकलित होनेवाले कचरे का निपटारा विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में वैज्ञानिक पद्धति से होगा। इसके लिए शहर के कचरे का निपटारा करनेवाली मान्यताप्राप्त संस्थाओं की मदद ली जाएगी। इसमें पूर्णम इकोविजन फौंडेशन, महालक्ष्मी ई-रिसाकलिंग, रुद्र एन्वायरमेंटल सोल्युशन, सागरमित्र, क्लीन गार्बेज आदी संस्था सहभागी है तथा इन सभी संस्थाओं ने पूरी मदद करने की तैयारी दर्शाई है।
संघ का प्लास्टिक मुक्त कार्यक्रम
संघ के पुणे महानगर मा.संघचालक श्री. रवींद्र वंजारवाडकर के अनुसार पश्चिम महाराष्ट्र प्रांत का 3 जनवरी को विशाल शिवशक्ति संगम कार्यक्रम हुआ था जिसमें 80 हजार से अधिक स्वयंसेवक आएं थे। इस विशाल कार्यक्रम को प्लास्टिक मुक्त रखा था। पूरे कार्यक्रम में एक भी प्लास्टिक का उपयोग नहीं किया गया था। सभी 80 हजार स्वयंसेवकों को भोजन कराया गया जिसमें भोजन के लिए सुपारी के पन्नों से बनी थालियां, पानी पिने के लिए प्लास्टिक की बजाय स्टील के गिलासों का प्रयोग हुआ था। इस कार्यक्रम ने देशभर में वाहवाही बटोरी थी। इसी प्रयोग को आगे बढाने के लिए संघ ने पुणे में यह अभियान हाथ में लिया है।

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