पर्यावरण, सुरक्षा व महिला सशक्तिकरण पर होगा चिंतन
जयपुर, 0६ सितम्बर। तीर्थ नगरी पुष्कर स्थित माहेश्वरी सेवा सदन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय समन्वय बैठक का उद्घाटन सुबह ९ बजे होगा। तीन दिवसीय बैठक में शामिल होने के लिए संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहनराव भागवत व सरकार्यवाह सुरेश भय्याजी जोशी समेत ४० अखिल भारतीय अधिकारी व ३६ विविध संगठनों के २०० प्रमुख पदाधिकारी पुष्कर पहुंच चुके हैं। माहेश्वरी सेवा सदन में शुक्रवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में बैठक की जानकारी देते हुए संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख श्री अरूण कुमार ने कहा कि पिछले वर्ष आंध्रप्रदेश में सम्पन्न हुई समन्वय बैठक में पर्यावरण, जल संकट, युवाओं में कार्य विस्तार, नई पीढ़ी में संस्कार आदि विषयों पर चिंतन किया था। इस संबंध में सभी विविध संगठन अपने विशेष प्रयोग व उपलब्धियों की जानकारी देंगे।
उन्होंने कहा कि देश की सीमाओं के प्रति सतत जागरूक रहना पड़ता है। किसी भी राष्ट्र की सुरक्षा सीमाओं पर निर्भर करती है, सीमा सुरक्षित तो राष्ट्र सुरक्षित। सीमा पर रहने वाला समाज जागरूक, संस्कारित हो, एवं उनकी आवश्यकताओं की पूर्ति हो तथा उनकी समस्याओं का समाधान हो। इसके लिए विभिन्न संगठन क्या-क्या कर सकते हैं, इस विषय पर बैठक में विशेष रूप से चर्चा होने वाली है। श्री अरूण कुमार ने बताया कि दो वर्ष पूर्व अनुसूचित जाति, जनजाति, ग्रामीण, कामकाजी, युवा एवं घरेलू महिलाओं के व्यापक सर्वेक्षण के आधार पर एक रिपोर्ट तैयार हुई है। उस पर गहन चिंतन के आधार पर सभी संगठन अपने-अपने क्षेत्र में भविष्य में कार्य करेंगे। विशेषकर समुद्री सीमा एवं स्थलीय सीमा के प्रश्नो जैसे सुरक्षा, विकास, पलायन, रोजगार आदि विषयो पर भी विशेष चिंतन होगा।
बैठक में विहिप के कार्याध्यक्ष आलोक कुमार, दिनेश शर्मा, मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के मार्गदर्शक इन्द्रेश कुमार, भारतीय मजदूर संघ के अध्यक्ष बाजीनाथ राय, भारतीय किसान संघ के अध्यक्ष प्रभाकर केलकर, आरएसएस के सहसरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले, वी. भागय्या, मुकुंद, सुरेश सोनी, मनमोहन वैद्य समेत अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य और समाज जीवन के विविध क्षेत्रों (सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक, शिक्षा, सेवा) में काम करने वाले संगठनों के प्रमुख पदाधिकारी शामिल होंगे।