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भूमि, जन और संस्कृति से ही राष्ट्र का निर्माण होता है – दत्तात्रेय होसबाले जी 0

भूमि, जन और संस्कृति से ही राष्ट्र का निर्माण होता है – दत्तात्रेय होसबाले जी

            भारतवर्ष के कण-कण में लोक निहित है – आरिफ मोहम्मद खान गुवाहाटी. श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र के प्रेक्षागृह में चार दिवसीय लोकमंथन-2022 के चौथे एवं अंतिम दिन आयोजित समापन...

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लोक शब्द सिर्फ देशज ही नहीं, बल्कि शक्ति का भी प्रतिनिधित्व करता है गुवाहाटी. श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र के प्रेक्षागृह में चार दिवसीय लोकमंथन-2022 नामक सांस्कृतिक संध्या एवं प्रदर्शनी के तीसरे दिन लोक परंपरा में...

लोकमंथन 2022 का शुभारंभ 0

लोकमंथन 2022 का शुभारंभ

गुवाहाटी – श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र में प्रदर्शनी व सांस्कृतिक संध्या का उद्घाटन, पूर्वोत्तर के कलाकारों ने दी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां गुवाहाटी. श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र में चार दिवसीय लोकमंथन 2022 बुधवार की शाम को शुरू हो...

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लोकमंथन के माध्यम से नवउदारवाद, वैश्वीकरण के मौजूदा दौर में राष्ट्रीयता का देशज तैयार करने की योजना – जे. नंदकुमार जी

‘राष्ट्र सर्वोपरि’, विचारकों एवं कर्मशीलों का राष्ट्रीय विमर्श ‘लोकमंथन’ का आयोजन भोपाल में नई दिल्ली. लोकमंथन, देश में पहली बार एक ऐसा आयोजन हो रहा है, जो जयपुर में हर साल आयोजित होने वाले...

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संवाद से सुस्पष्ट दृष्टिपथ की ओर

– जे. नंदकुमार जी, अखिल भारतीय सह—प्रचार प्रमुख, रा.स्व.संघ भारतीय दर्शन का मूल तत्व है विचार मंथन. स्वस्थ चर्चा और रचनात्मक संवाद ने इस महान राष्ट्र की प्रगति में एक बड़ी भूमिका निभाई है....