सिख पन्थ के सेवक सन्त अतर सिंह – 28 मार्च जन्म-दिवस
सिख पन्थ के सेवक सन्त अतर सिंह – 28 मार्च जन्म-दिवस संत अतरसिंह जी का जन्म 28 मार्च, 1866 को ग्राम चीमा (संगरूर, पंजाब) में हुआ था। इनके पिता श्री करमसिंह तथा माता श्रीमती...
सिख पन्थ के सेवक सन्त अतर सिंह – 28 मार्च जन्म-दिवस संत अतरसिंह जी का जन्म 28 मार्च, 1866 को ग्राम चीमा (संगरूर, पंजाब) में हुआ था। इनके पिता श्री करमसिंह तथा माता श्रीमती...
‘परहित सरिस धर्म नहीं भाई’ यह पंक्ति गोस्वामी तुलसीदास कृत श्रीरामचरितमानस से ली गई है। इसमें भगवान श्रीराम भरत की विनती पर साधु और असाधु का भेद बताने के बाद कहते हैं कि ‘परहित...
जयपुर 27 मार्च (विसंके)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ. मनमोहन वैद्य ने कहा कि धर्म राष्ट्र जीवन का आधार है। यह हमारी प्रेरणा है। धर्म हमें जोडना सीखाता है, सही दृष्टि प्रदान...
38 साल के शोभायात्रा के इतिहास में ऐसा पहली बार:-हर पथ पर रामभक्त रामनवमी पर शहर में एतिहासिक श्रीराम जी की शोभायात्रा निकाली गयी।शहर में 1980 से शोभायात्रा निकाली जा रही है पर 38...
चिपको आन्दोलन और गौरादेवी – 26 मार्च इतिहास-स्मृति आज पूरी दुनिया लगातार बढ़ रही वैश्विक गर्मी से चिन्तित है। पर्यावरण असंतुलन, कट रहे पेड़, बढ़ रहे सीमेंट और कंक्रीट के जंगल, बढ़ते वाहन, ए.सी,...
जयपुर 25 मार्च (विसंके)। हिन्दू जागरण मंच, जयपुर की मनसरोवर ईकाई द्वारा भव्य शोभायात्रा का आयोजन रामनवमी के अवसर पर रविवार को किया गया। शोभा यात्रा दोपहर 4 बजे अजमेर रोड स्थित होटल जय...
जयपुर (विसंके)। वर्ष 1947 में देश आजाद नहीं हुआ था बल्कि देश का विभाजन हुआ था, क्योंकि शहीदों ने जिस अखंड भारत की आजादी के लिए जेलें काटी, गोलियां खायी व हंसते−हंसते फांसी के...
जयपुर (विसंके)। स्वयंसेवक सिर्फ शाखा में आने तक सीमित न रहें। उनकी समाज के प्रति जिम्मेदारियां बनती हैं, उनका निर्वहन निष्ठा और समर्पण भाव से करें। ये विचार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सह...
जयपुर (विसंके)। हम अपनी मात्र भाषा की पहचान खो रहे हैं। देश से अंग्रेज तो चले गए, लेकिन अंग्रेजियत छोड़ गए। अंग्रेजी भाषा का लोगों पर हव्वा हावी है। हमें अपनी भाषा पर स्वाभिमान होना...
जयपुर (विसंके) । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का कार्य व्यक्ति का निर्माण है और साहित्य के सृजन से निर्मित व्यक्ति वास्तव जीवन में कुछ नहीं कर सकते। लेकिन साहित्य सृजन किए बिना जिन्होंने पूरा जीवन...