अयोध्या मामला : कितनी ही बार अदालत में झूठे साबित हुए वामपंथी बुद्धिजीवी
जब सच से सामना होता है तो झूठ के पैर कांपने लगते हैं.वामपंथी बुद्धिजीवी न जाने कितनी बार अदालत में झूठे साबित हुए फिर भी वे वहां राम मंदिर न होने का दावा करते...
जब सच से सामना होता है तो झूठ के पैर कांपने लगते हैं.वामपंथी बुद्धिजीवी न जाने कितनी बार अदालत में झूठे साबित हुए फिर भी वे वहां राम मंदिर न होने का दावा करते...
तीन दशकों तक जाली प्रमाण, बोगस बातें और झूठ के पुलिंदों के सहारे मंदिर के अकाट्य प्रमाणों को झुठलाने की कोशिश की गई. अदालत में झूठे साबित होते रहे, पर बाहर वही झूठ दोहराते...