शुक्रवार की रात नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी (एनआईए) ने श्रीनगर से पूर्व विधायक इंजीनियर राशिद को टेरर फंडिंग के मामले में गिरफ्तार किया है. टेरर फंडिंग मामले में पहली राजनीतिक गिरफ्तारी है, इससे पहले टेरिर फंडिंग मामले में बिजनेस मैन जहूर अमहद वताली, शब्बीर शाह, आसिया अंदराबी समेत अन्य अलगाववादियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. पिछले सप्ताह 04 अगस्त को श्रीनगर में इंजीनियर राशिद से एनआईए ने पहली बार पूछताछ की थी. जिसके बाद उन्हें जाने दिया था.
दरअसल, पाकिस्तान से टेरर फंड लेकर कश्मीर घाटी में पहुंचाने के मुख्य आरोपी जहूर वताली से पूछताछ में पता चला था कि घाटी में टेरर फंडिंग के इस्तेमाल के तार इंजीनियर राशिद से सीधे तौर जुड़ते हैं. इंजीनियर राशिद अलगाववादियों का राजनीतिक चेहरा रहा है. जो लंगेट विधानसभा से विधायक चुने गए थे.
हाल ही में ईडी ने वताली की 8 करोड़ की संपत्ति जब्त की थी. वताली को एनआईए ने मार्च के पहले सप्ताह में दिल्ली से गिरफ्तार किया था. इसके जरिये में एनआईए ने कश्मीर घाटी में टेरर नेटवर्क और मनी लॉन्ड्रिंग के पूरे नेटवर्क का खुलासा किया था. बताया जा रहा है कि इंजीनियर राशिद का नाम भी इसी वताली से पूछताछ में सामने आया था.
इंजीनियर राशिद लंगेट विधानसभा के निवर्तमान विधायक हैं, जिसने हाल ही में नए नेता बने शाह फैसल की पार्टी से हाथ मिलाकर नया ग्रुप बनाया था. राशिद ने शाह फैसल के समर्थन से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर बारामूला सीट से लोकसभा चुनाव भी लड़ा था. जिसमें वो तीसरे नंबर पर रहे थे. आने वाले विधानसभा चुनावों में भी शाह फैसल और राशिद साथ मिलकर चुनाव मैदान में उतरने वाले हैं.
विवादों में रहने वाले अलगावावादी इंजीनियर राशिद –
1). भाजपा के विरोध में इंजीनियर राशिद ने जम्मू कश्मीर विधानसभा में बीफ़-पार्टी दी.
2). अफ़ज़ल गुरु को निर्दोष बताया और उसके लिए माफ़ी की मांग करते हुए भारत सरकार के खिलाफ अभियान चलाया.
3). अफ़ज़ल गुरु की लाश मांगी, राज्यसभा में जीतने के लिए कांग्रेसी नेता गुलाम नबी आजाद ने इंजीनियर राशिद का वोट पाने के लिए अफजल गुरू को फांसी देने और लाश न सौंपने पर माफी मांगी. जिस पर कई कांग्रेस सांसदों ने साइन किये, जब इसकी कॉपी इंजीनियर राशिद तक पहुंची. तब राज्यसभा चुनाव में राशिद ने गुलाम नबी के लिए वोट किया.
4). कई बार प्रेस में, प्रदर्शन में सरेआम कहा कि “कश्मीर भारत का हिस्सा नहीं”
5). इंजीनियर राशिद विधायक रहते हुए हमेशा जनमत संग्रह की मांग करता रहा.
एनआईए ने टेरर फंडिंग मामले में गिरफ्तार इंजीनियर राशिद को पटियाला हाउस स्थित स्पेशल कोर्ट में पेश किया. जहां से उसे 14 अगस्त तक पुलिस रिमांड पर भेजा गया है. अगले चटार दिन पुलिस राशिद से मामले को लेकर पूछताछ करने वाली है.
Er. Rashid statement after casting his in favour of Ghulam Nabi azad in rajya sabha Seats 2015