खुशनुमा और सर्द मौसम के बीच गुलाबी नगर को देश-दुनिया में अलग पहचान देने वाले जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल – 2019 की शुरुआत गुरुवार को सवा नौ बजे डिग्गी पैलेस में स्वामी विश्वनाथ के शास्त्रीय संगीत और लोकनृत्य से हुई। फेस्टिवल में भाग लेने के लिए दुनियाभर से बड़े- बड़े साहित्यकार, साहित्यप्रेमी और वक्ता जयपुर पहुंच रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय स्तर के इस आयोजन को लेकर डिग्गी पैलेस को भी पारम्परिक और अनूठे ढंग से सजाया गया है।
आयोजकों ने बताया ‘हमारी दुनिया तेजी से बदल रही है…इस साल हमने कृत्रिम मेधा, आनुवांशिकी और भविष्य में हमारा ग्रह कैसा होगा, इस पर सत्र रखा है। क्लाइमेट फिक्शन पर भी चर्चा होगी। यदि मधुमक्खियां गायब हो जायें तो क्या होगा, इस पर आधारित क्ली-फाई (क्लाइमेट फिक्शन) पर बेहद सुंदर सत्र रखा गया है।’
साहित्य उत्सव की सह निदेशक नमिता गोखले ने कहा, ‘मुझे ऐसा लगता है कि इस समय हमारे देश में अनुभवजन्य सोच को प्रोत्साहन देना बेहद जरूरी हो गया है।’
जेएलएफ में 350 वक्ता आएंगे। इनमें देश-दुनिया के नामचीन साहित्यकारों के साथ ही विज्ञान और तकनीक के जानकर भी शामिल हैं। यहॉं आने वाले साहित्यप्रेमियों के लिए जयपुर बुकमार्क आकर्षण का केंद्र रहेगा। बुकमार्क में पुस्तकों की प्रदर्शनी लगाई गई है। हर बार की तरह आकर्षक पुस्तकें डिस्पले भी की गई हैं।
भारत का सबसे बड़ा साहित्यिक शो’ कहा जाने वाला लिटरेचर फेस्टिवल इस बार 24 से 28 जनवरी तक चलेगा.