—अपना संस्थान का ‘वृक्षारोपण महाअभियान शुभारंभ कार्यक्रम एवं पर्यावरण संरक्षण संगोष्ठी’ सम्पन्न
विसंकेजयपुर।
जयपुर,1 जून। प्रकृति केवल कानून बनाने से नहीं बचेगी। प्रकृति को बचाने के लिए नागरिकों को अपने अंदर बदलाव करना होगा। यह कहना है अपना संस्थान, राजस्थान के अध्यक्ष ललित शर्मा का। वे बुधवार को सांगानेरी गेट स्थित अग्रवाल कॉलेज सभागार में आयोजित अपना संस्थान के ‘वृक्षारोपण महाअभियान शुभारंभ कार्यक्रम एवं पर्यावरण संरक्षक विषयक संगोष्ठी’ में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुये बोल रहे थे।
शर्मा ने कहा कि एक साधे सब सधे अर्थात सघन पौधारोपण करने से न केवल प्रकृति जनित सभी आपदाओं से बचा जा सकता है बल्कि सूखे की समस्या से निजात पाई जा सकती है। सघन वृक्षारोपण से आॅक्सिजन बढ़ेगी, बारिश अधिक होगी और धरती का तापमान कम होगा। इस अवसर पर शर्मा ने वृक्ष लगाने और उसका लालन—पालन कर इस परिवर्तन की शुरूआत स्वयं से करने की बात कही।
वृक्ष बनने तक संभाल
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं राजस्थान के चिकित्सा मंत्री राजेन्द्रसिंह राठौड. ने कहा कि पौधारोपण केवल रिकॉर्ड बनाने के लिए नहीं करना, पौधे वृक्ष बनें तब तक उसकी चिंता करने की आवश्यकता है। ऐसा कर पाये तो पौधारोपण करने का उद्देश्य पूरा होगा। जयपुर जिला जिला कलेक्टर सिद्धार्थ महाजन ने अपना संस्था की वृक्षारोपण के बाद उसके संभाल के लिए बनाई योजना की सराहना की। कार्यक्रम के अध्यक्ष एवं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी ने अमृतादेवी के बलिदान को याद करते हुये अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने की बात कही। इस अवसर पर आगंतुकों की ओर से पौधारोपण भी किया गया।