राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का यह अब तक का सबसे बड़ा समागम
समाज के सभी मत, पंथ के लोगों और संतों की रहेगी भागीदारी
चालीस वर्ष से कम उम्र के 75 फीसदी युवा स्वयंसेवक होंगे शामिल
देश की आजादी का गवाह बनी मेरठ (उत्तर प्रदेश) की धरती अब 25 फरवरी को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सामाजिक समरसता कार्यक्रम ‘राष्ट्रोदय’ की नई गवाह बनेगी। जागृति विहार में होने वाले आयोजन में तीन लाख से अधिक स्वयंसेवक जुटेंगे। संघ की स्थापना के बाद से यह सबसे बड़ा आयोजन है। कार्यक्रम की तैयारी करीब एक वर्ष से चल रही थी, जिसमें 3.11 लाख से अधिक प्रतिभागियों के पंजीकरण हुए हैं। इसमें नौजवान, किसान, अधिवक्ता, व्यापारी, डॉक्टर, शिक्षक सहित समाज के सभी वर्ग शामिल हैं। कार्यक्रम में संघ प्रमुख मोहन भागवत जी के साथ जूना पीठाधीश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि सहित कुछ और धर्मगुरु शामिल होंगे। आयोजन की सबसे अहम कड़ी है, तीन लाख से अधिक स्वयंसेवकों का जातीय दीवारें तोड़ते हुए रोटी का नाता जोड़ना। मेरठ, मवाना और सरधना से सभी जाति एवं वर्ग के तीन लाख परिवारों से आगंतुकों के लिए भोजन के छह लाख पैकेट एकत्र किए जाएंगे। दर्शक के तौर पर सभी मत, पंथ के लोगों, महिलाओं और संतों को आमंत्रित किया गया है। कार्यक्रम में पश्चिम क्षेत्र, उत्तराखंड एवं स्वयंसेवकों की सहभागिता रहेगी। आयोजन के लिए तीन लाख परिवारों से छह लाख भोजन के पैकेट जुटाए जाएंगे। ग्रामीण क्षेत्र से 2.18 लाख पंजीकरण हुए हैं साथ ही, 94 हजार स्वयंसेवक महानगरों से भी हिस्सा लेंगे। खास बात ये है कि 75 फीसदी स्वयंसेवक 40 वर्ष से कम उम्र के हैं। ये संघ के प्रति उनके बढ़ते रुझान को दर्शाता है।