लातूर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प.पू.सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने कहा समाज में विचार मतभेद हो सकते हैं परंतु समाज समझ बूझकर जब एक विचार करता है तब उसकी पूर्ति के लिए पूरा समाज लगे संघ ऐसे ही समाज की अपेक्षा करता है। जैसे लातूरवासियों ने कर दिखाया। श्री मोहन जी भागवत सार्वजनिक जलयुक्त लातूर व्यवस्थापन समिति की ओर से स्थानीय नागेश्वर मंदिर परिसर में आयोजित जलपूजन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि संकट आने पर लातूरवासियों ने हाथ पर हाथ धरकर बैठने की बजाय पूरे धैर्य एवं साहस के साथ उसे दूर करने का उपाय किया। लातूर में जल समस्या जब गंभीर बनी, तब लातूरवासियों ने परिस्थिति से पलायन न करते हुए “एकमेका साह्य करू अवघे धरू सुपंथ” नामक उक्ति के अनुसार मिलजुलकर कार्य किया जो देश का दिशादर्शक बनेगा।
डॉ. अशोकराव कुकडे काका ने जलयुक्त लातूर ने जनता की, जनता द्वारा, जनता के लिये चलाई गई इस मुहिम की सम्पूर्ण जानकारी दी। आर्ट ऑफ लिविंग के मकरंद जाधव और निलेशजी ठक्कर ने भी अपने विचार रखे।