—भारत रक्षा मंच का “बहुआयामी आतंकवाद एवं समाधान” विषयक व्याख्यान
विसंकेजयपुर
भोपाल, 11 जुलाई।
भारत में आतंकवाद फैलाना पाकिस्तान की रणनीति का एक हिस्सा है। इस रणनीति पर पाकिस्तान आज से नहीं सालों से काम कर रहा है और उसका मकसद सिर्फ भारत में अशांति फैलाना है भारतीयों में डर पैदा करना है। यह कहना है भारत रक्षा मंच के राष्ट्रीय संयोजक श्री सूर्यकांत केलकर का। वे भोपाल के शहीद भवन स्थित विधायक विश्राम गृह में आयोजित भारत रक्षा मंच के “बहुआयामी आतंकवाद एवं समाधान” विषयक व्याख्यान समारोह को संबोधित करते हुए बोल रहे थे।
श्री केतकर ने कहा कि भारत के लिए आतंक कोई नई बात नहीं है। पौराणिक काल में असुरों का आतंक था, जिसे दुर्गा ने समाप्त किया। रावण के आतंक को राम ने, तो कंस के आतंक को कृष्ण ने मिटाया। कालिया नाग व बकासुर भी आतंक का ही पर्याय थे। मध्यकाल भी आतंकी गतिविधियों से भरा पड़ा है। डर पैदा कर राजनीतिक लाभ लेना आतंक का उद्देश्य होता है।
उन्होंने कहा कि भारत में आतंक था, तो उसका डटकर मुकाबला भी हुआ। शिवाजी ने अफजल खां का आतंक मिटाया। आतंक का मुकाबला केवल जन मनोबल से ही संभव है। श्वान डराने के लिए ही भौंकता है, किन्तु जैसे ही निडर होकर उसका मुकाबला किया जाए वो दुम दबाकर भाग जाता है। इसलिए आतंकवाद को उसी की भाषा में जबाब देना होगा।