हिंदू तीर्थ राजिम में हर साल आयोजित होता है कुंभ
राजिम कुंभ छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले के राजिम में लगता है। यह भव्य धार्मिक मेला है। इस वर्ष यह मेला 10 फरवरी से 24 फरवरी तक रहेगा। महानदी के तट पर बसा राजिम मंदिरो के लिए प्रसि़द्ध है। राजिम नगरी छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से 45 किलोमीटर दूर सोंढूर पैरी और महानदी के त्रिवेणी संगम तट पर है। तीनों नदियों के संगम पर हर वर्ष न जाने कब से आस.पास के लोग राजिम कुंभ मनाते आ रहे हैं। इस नगरी को धार्मिक कार्यों के लिए उतना ही पवित्र मानते हैं, जितना कि अयोध्या और बनारस को। यह मान्यता है कि जगन्नाथपुरी की यात्रा तब तक संपूर्ण नहीं होती, जब तक यात्री राजिम की यात्रा नहीं कर लेता। छत्तीसगढ़ी भाषा में पूर्णिमा को छत्तीसगढ़ी में श्पुन्नीश् कहते हैं। कुंभ माघी पुन्नी मेला के रूप में राजिम कुंभ मनाया जाता रहा है। वर्तमान समय में राजिम कुंभ मेले का महत्तव देश भर में होने लगा है। प्राचीन काल के चार कुंभ हरिद्वार, नासिक, इलाहाबाद व उज्जैन के बाद पांचवां कुंभ बन गया है।
आभार विसके छत्तीसगढ़