Tagged: जनजाति समाज

विश्व मूल निवासी दिवस 0

विश्व मूल निवासी दिवस

(9 अगस्त) मूल निवासी एवं भारत देश में हर वर्ष 9 अगस्त को विश्व मूल निवासी दिवस के नाम पर विभिन्न स्थानों पर छोटे-बड़े कार्यक्रम होते हैं जिनमें जनजाति समाज के साथ-साथ अन्य लोग...

उदयपुर में चहुंओर गूंजा – तिंग-तिंग बेतिंग-डीलिस्टिंग-डीलिस्टिंग l 0

उदयपुर में चहुंओर गूंजा – तिंग-तिंग बेतिंग-डीलिस्टिंग-डीलिस्टिंग l

तूफान और बारिश पर भारी पड़ी डीलिस्टिंग की हुंकार महारैली l -बारिश भी नहीं थाम सकी जनजाति युवाओं का जोश उदयपुर, 18 जून। उदयपुर शहर रविवार को डीलिस्टिंग-डीलिस्टिंग के नारों से गूंज उठा। जनजाति...

जो अपने पूर्वजों की संस्कृति छोड़ रहे, उन्हें एसटी का स्टेटस भी छोड़ना चाहिए – सूर्यनारायण सूरी 0

जो अपने पूर्वजों की संस्कृति छोड़ रहे, उन्हें एसटी का स्टेटस भी छोड़ना चाहिए – सूर्यनारायण सूरी

उदयपुर. जनजाति सुरक्षा मंच के अ. भा. संगठन मंत्री सूर्यनारायण सूरी ने कहा कि जनजाति समाज का जो व्यक्ति धर्म परिवर्तन करते समय यह शपथ ले रहा है कि वह अपने पूर्वजों का सब...

हुंकार डीलिस्टिंग महारैली के लिए गांधी ग्राउंड में भूमि पूजन  0

हुंकार डीलिस्टिंग महारैली के लिए गांधी ग्राउंड में भूमि पूजन 

-18 जून को जनजाति समाज उदयपुर में भरेगा डीलिस्टिंग की हुंकार उदयपुर, 15 जून। जनजाति सुरक्षा मंच राजस्थान के आह्वान पर 18 जून को उदयपुर में आहूत हुंकार डीलिस्टिंग महारैली की तैयारियां युद्ध स्तर...

डी-लिस्टिंग महारैली – 18 जून को उदयपुर में जनजाति समाज भरेगा हुंकार 0

डी-लिस्टिंग महारैली – 18 जून को उदयपुर में जनजाति समाज भरेगा हुंकार

शहर के हर घर से भोजन पैकेट तैयार होगा जनजाति बंधु-बांधवों के स्वागत में उदयपुर, 07 जून। हल्दीघाटी युद्ध दिवस 18 जून को उदयपुर शहर में जनजाति सुरक्षा मंच राजस्थान के तत्वावधान में डी-लिस्टिंग...

प्रभात ग्राम मिलन में लेंगे भाग सरसंघचालक 0

प्रभात ग्राम मिलन में लेंगे भाग सरसंघचालक

प्रभात ग्राम मिलन में लेंगे भाग सरसंघचालक डुंगरपुर। राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ, प्रति पाँच वर्ष में आयोजित “अखिल भारतीय ग्राम विकास-प्रभात ग्राम मिलन” कार्यक्रम आगामी 24 से 26 फरवरी तक चितौड़ प्रांत के डूंगरपुर जिले...

जनजाति समाज की परम्पराए सनातन धर्म – जे. नंदकुमार जी 0

जनजाति समाज की परम्पराए सनातन धर्म – जे. नंदकुमार जी

मानगढ़ धाम बलिदान दिवस पर जनजातीय चेतना परिषद, उदयपुर ने आयोजित की संगोष्ठी उदयपुर. भारत की वेदोक्त सनातन संस्कृति का सजग वाहक है जनजातियां , क्योंकि उनमें अभी प्रदूषण नहीं हुआ है, मलीनीकरण नहीं...