Tagged: आरएसएस

परतंत्रता के प्रतिको से मुक्त होना आवश्यक 0

परतंत्रता के प्रतिको से मुक्त होना आवश्यक

आरएसएस द्वारा शहर में पथ संचलन जयपुर, 21 अप्रैल। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा रविवार को जयपुर शहर में पंथ संचलन निकाला गया। गुणवत्ता पथ संचलन मेें गालव भाग के स्वयंसेवकों ने भाग लिया। संचलन...

मनुष्यता का विकास ही मनुष्य का विकास है – डॉ. मोहन भागवत जी 0

मनुष्यता का विकास ही मनुष्य का विकास है – डॉ. मोहन भागवत जी

आर्थिक साधन और अधिकार प्राप्त कर लेना विकास नहीं कहलाता भोपाल. मध्यभारत प्रांत के बनखेड़ी में आयोजित ‘नर्मदांचल सुमंगल संवाद’ में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने विकास की भारतीय...

‘पंच परिवर्तन आज समाज की आवश्यकता’ 0

‘पंच परिवर्तन आज समाज की आवश्यकता’

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष के निमित्त क्या विशेष लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं? राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का कार्य निरंतर बढ़ रहा है. इस दृष्टि से समाज प्रबोधन और आसुरी ताकतों की चुनौतियों...

संघ की शताब्दी वर्ष पर समाजहित में पंच परिवर्तन पर होगी चर्चा 0

संघ की शताब्दी वर्ष पर समाजहित में पंच परिवर्तन पर होगी चर्चा

नागपुर, १३ मार्च. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ गत ९९ वर्षों से सामाजिक संगठन के रूप में कार्यरत है। अगले वर्ष २०२५ में विजयादशमी को संघ की स्थापना के १०० वर्ष पूरे हो जाएंगे। शताब्दी वर्ष...

अनुकूलता में अपनी गति बढ़ाकर विजयी बनें – डॉ. मोहन भागवत जी 0

अनुकूलता में अपनी गति बढ़ाकर विजयी बनें – डॉ. मोहन भागवत जी

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने कहा कि अनुकूल परिस्थितियों में विश्राम करने वाला हार जाता है, जबकि अपनी गति बढ़ाकर कार्य करने वाले को विजयश्री मिलती है. खरगोश और...

समाज के हर वक्ति को घुमंतू जाति बंधुओ को हाथ पकड़ कर समाज की मुख्य धारा से जोडना होगा – निंबाराम 0

समाज के हर वक्ति को घुमंतू जाति बंधुओ को हाथ पकड़ कर समाज की मुख्य धारा से जोडना होगा – निंबाराम

घुमंतू जाति के लिए रोजगार उपलब्ध कराना एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगा – निंबाराम अभाव में भी संवेदना हो सकती है बस आवश्यकता है मन की – निंबाराम घुमंतू जाति के लिए डबल इंजन की राजस्थान...

शुद्ध चारित्र्य के कारण राम विजयी हुए – डॉ. मोहन भागवत जी 0

शुद्ध चारित्र्य के कारण राम विजयी हुए – डॉ. मोहन भागवत जी

नागपुर. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने कहा कि मनुष्य में सत्व, राजस एवं तमस, ऐसे तीन गुण वास करते हैं. हम जब उपासना करते हैं, उस समय निश्चित ही...

घुमंतू समाज के ज्ञान से पूरे समाज को लाभ हुआ – डॉ. मोहन भागवत जी 0

घुमंतू समाज के ज्ञान से पूरे समाज को लाभ हुआ – डॉ. मोहन भागवत जी

जालना. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने कहा कि घुमंतू समाज अपने व्यवसाय के लिए नहीं, बल्कि धर्म के लिए जीता है. घुमंतू समाज के ज्ञान से पूरे समाज को...

हमारे प्राचीन ज्ञान और आधुनिक ज्ञान को कम करके आंकना उचित नहीं – डॉ. मोहन भागवत जी 0

हमारे प्राचीन ज्ञान और आधुनिक ज्ञान को कम करके आंकना उचित नहीं – डॉ. मोहन भागवत जी

भारत का स्वास्थ्य मॉडल ‘वाणिज्य’ नहीं ‘सेवा’ है – डॉ. मनसुख मांडविया लातूर, देवगिरी. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने कहा कि भारत पहले एक विकसित जीवन जीता था. हमने...

शुभ घड़ी में विराजे रघुराई… 0

शुभ घड़ी में विराजे रघुराई…

— 84 सेकेंड के अभिजीत मुहूर्त में हुई ‘रामलला’ मूर्ति की प्राण—प्रतिष्ठा — देशवासियों के छलके आंसू जब देखी राम की सौम्य,अद्भुत छवि — प्रतिष्ठा समारोह में दिखी सामाजिक समरसता जयपुर। सदियों से भारतवासियों...