कस्बे के निकटवर्ती ग्राम पंचायत राजनौता के ग्राम मण्ढा में गौकशी कर एक कच्चे कुंऐ में गायों के कंकाल भर देने की सूचना के बाद प्रागपुरा थाना पुलिस द्वारा मामले को दबाने के लिए कुंऐ को मिट्टी से भर दिये जाने की सूचना पर शनिवार को मौके पर पहुंचे ग्रामीणों व विहिप कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही एवं गौकशी के आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की। घटना की सूचना पर मौके पर पहुंचे विराटनगर विधायक फूलचन्द भिन्डा ने प्रागपुरा थानाधिकारी षिवनारायण यादव को दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार करने व दूसरे राज्यों से आने वाले मजदूरों की पहचान के निर्देश दिये। जिसके बाद ग्रामीणों व विहिप कार्यकर्ताओं का आन्दोलन समाप्त हुआ।
उल्लेखनीय है कि पांच दिन पूर्व ग्रामीणों को ग्राम मण्ढा स्थित बालाजी ईंट भट्टे के पास एक कच्चे कुंए में एक गाय का बछडा गिरा होने की सूचना मिली थी। उस समय ग्रामीण बछड़ा निकालने के लिए करीब बीस फिट गहरे कुए में उतरे तो उन्हें वहां कुंए में उतरने के लिए सीढी, खाली शराब की बोतलें,ईत्र की बोतल करीब 15-20 गाय बछडों के मुंड व हड्डियों के ढेर व नमक के कट्टे मिले। ग्रामीणों ने बछडे को बाहर निकाल कर तत्काल इसकी सूचना प्रागपुरा थाने को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले को रफा दफा करने का प्रयास किया। पुलिस ने बिना जांच किए शुक्रवार को एक जेसीबी लगाकर कंु्ए की आस पास की मिट्टी को उसमें भरवा दिया। पुलिस द्वारा कार्यवाही नहीं किए जाने व तथ्यों व सबूतों को छिपाने को प्रयास किए जाने से अक्रोशित ग्रामीण शनिवार को मौका स्थल पर एकत्रित हो गए। तथा जयपुर जिला कलक्टर व जयपुर ग्रामीण पुलिस अधिक्षक को मामले से अवगत कराया। ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। ग्रामीण लालचंद, लीलाराम, महेश, अशोक ने बताया कि पांच दिन पूर्व पुलिस को कंुए से गायों की हड्डियां व मुंड निकालकर दिखाए गए थे। लेकिन पुलिस आरोपियों को पकडने के बजाय ग्रामीणों को धमका रही है व तथ्यों को छिपाने का प्रयास कर रही है। विश्व हिन्दू परिषद् के जिला मंत्री राजेश सवाईका व जिला अध्यक्ष पूरणमल भरगड ने बंगाली मजदूरों को क्षेत्र से बाहर करने की मांग के साथ दोषी अधिकारियों व गौकशी करने वालों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की। इस सम्बंध में विहिप के जिला गौसेवा प्रमुख मधुसूदन मंगल ने पुलिस थाने में रिपोर्ट दी है।
(शिव गुप्ता, कोटपूतली विसंके सं)