विकासशील भारत को विकसित देश बनाने के लिये महिलाओ की महत्वपूर्ण भूमिका

# उद्योग दर्शन 2018

विकासशील भारत को विकसित देश बनाने के लिये महिलाओ की महत्वपूर्ण भूमिका – गजेन्द्र सिंह
महिलाओ ंकी उद्यम क्षमता में निखार लाने की आवश्यकता – अर्जुनराम मेघवाल

# उद्योग दर्शन 2018

# उद्योग दर्शन 2018

# उद्योग दर्शन 2018

# उद्योग दर्शन 2018

 

विसंके जयपुर 7 जनवरी। देष मे रोजगार सशक्त होगा तो देश सशक्त होगा विकासशील भारत को विकसित देश बनाने के लिये महिलाओ की महत्वपूर्ण भूमिका होगी यह कहना था केन्द्रीय कृषि राज्यमंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत का वह आज आई.आई.एफ 2018 मे भारतीय परिवेश में महिलाओं की चुनौतियॉ विषय पर आयोजित व्याख्यान में अपने सम्बोधन में कही। उन्होने कहा कि हमें अपने परिवार से महिलाओं को आगे लाकर उद्योग क्षेत्र में उतारना होगा।

शेखावत ने भारत सरकार की योजनाओं का उल्लेख करते हुए बताया कि सरकार की योजनाएं नौकरी से रोजगार की ओर कार्य कर रही है। आज युवाओं को उद्योग चालू करने के लिये मुद्रा योजना सराहनीय प्रयास है, जिससे युवा अपने कार्य कुशलता के आधार पर रोजगार उपलब्ध कराने में सक्षम बन रहें है। देश में 9 करोड़ से अधिक युवाओं को मुद्रा लोन प्रदान दिया गया है जिसमे 76 प्रतिषत महिला उद्यमी है।

कार्यक्रम में केन्द्रीय राज्य मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने कहा कि महिलाओं की क्षमता को नही पहचाना है हमें महिलाओ ंको आगे बढ़ाना होगा वर्तमान में उद्योग क्षेत्र में महिलाओं की संख्या सराहनीय नही है। हमें महिलाओ ंकी उद्यम क्षमता में निखार लाने की आवश्यकता है।

मेघवाल ने कहा की सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मे महिलाओं की भूमिका कैसे बढ़े इसका प्रयास लघु उधोग भारती को करना होगा।
उद्योग दर्शन 2018 में आज न्यू इंडिया थीम के अन्तर्गत महिला उद्यमी सम्मेलन ने उद्योग जगत से जुड़ी देश एवं विदेश की महिलाओं ने अपने विचार व्यक्त किये। यूएस से आई पूर्णिमा वोरिया ने कहा कि व्यापार में मस्तिष्क उडान जरूरी है। आज महिलाओं की प्रति समाज में नजरिया बदला है। उन्होने चिंता जताते हुए कहा कि जहॉ आज भारत का युवा वेलेन्टाइन डे मनाने मे लगा है और अमेरिका मे राखी डे की शुरूआत भारत की संस्कृति का सराहनीय प्रयास है।

उद्यमी शैलेश शेखावत ने बताया कि भारत में 80 लाख महिलाए उद्योग क्षेत्र में काम कर रही है जिसमे 35 प्रतिषत महिलाए कृषि एवं पशुपालन उद्योग में काम कर रही है। उन्होने कहा कि युवा पीढ़ि को उद्योग कि ओर बढ़ना चाहिए लघु उद्योग भारती महिला उद्यमीयों को आगे बढाने के लिये प्रयास कर रही है।

खादी बोर्ड की छाया नजप्पा ने कहा कि महिला कार्य करने में सक्षम है लघु उद्योग के माध्यम से खादी ने आज विश्व में अपनी अलग पहचान बनायी हुयी है। व्यापार में उद्यमी को गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देना चाहिए। व्यापार में सिद्धान्त सर्वोपरी होने चाहिए।

वनवासी क्षेत्र में महिला उद्यमीयों के बीच काम कर रही भगवती बलदेवा ने कहा कि हमे आगे बढ़ने के लिये अपनी सोच को बड़ा करना पडेगा। महिला अपना कार्य संतुलन से करती है। बलदेवा ने कहा कि हमें अपना उत्पाद बेचने के लिये ग्राहक के हिसाब से सोचना पड़ेगा। आज वनवासी क्षेत्रों में भी महिलाओं ने अपने छोटे-छोटे उद्यम प्रारम्भ किये है। लघु उद्योग भरती महिला उद्यमीयों को अपने पेरो पर खड़ा करने का प्रयास कर रही है।

महिला उद्यमी सम्मेलन में अंजू बजाज, रीना राठौड़, स्मिता, मंजू शर्मा ने भी महिला उद्यमीयों की भूमिका पर अपने विचार रखे।

उद्योग जगत मे महिला उद्यमीयों को अपने श्रेष्ठ योगदान के लिये पुरस्कृत किया गया, जिसमें कर्नाटक कल्पना नागराजन और शैलजा, छतीसगढ़ की सीप्पी दूबे, महाराष्ट्र की स्नेहा नोनी के साथ राजस्थान की बिंदु जैन और मंजू सारस्वत को सम्मानित किया गया।

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