—दौसा में विजयादशमी उत्सव
—शस्त्रपूजन के साथ भव्य पथ संचलन
—पहली बार फुलपेंट में किया स्वयंसेवकों ने संचलन
विसंकेजयपुर
दौसा, 9 अक्टूबर। भारत हिन्दू राष्ट्र है तभी तो इसकी पहचान हिन्दू राष्ट्र के रूप में है। बस आवश्यकता है कि हम हमारी राष्ट्रीयता को पहचानकर उसकी पालना करें। यह कहना था राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, जयपुर के प्रांत प्रचारक श्री निम्बाराम जी का। वे रविवार को दौसा में विजयादशमी उत्सव में उपस्थित स्वयंसेवक एवं समाज—बंधुओं को संबोधित कर रहे थे।
श्री निम्बाराम जी ने कहा कि चीनी सामानों ने हमारी अर्थव्यवस्था को बिगाडा है। भारत से पचास हजार करोड का लाभांश प्रतिवर्ष चीन पहुंच रहा है। हमें नुक्कड नाटकों, सभाओं, जागरूकता रैलियों, विद्यालयों में विद्यार्थियों से सम्पर्क कर इस विषय को जन—जन तक पहुंचाना होगा और सकल्प दिलाना होगा कि हम न चीन से आए सामानों को खरीदेंगे और न बेचेंगे। यह संकल्प हम सबको भी लेना होगा। देश की आवश्यकता को देखते हुए वर्तमान में इस संकल्प से बढकर और कोई देशभक्ति का काम नहीं हो सकता।
स्वयंसेवक की पहचान गुणों से
उन्होंने कहा कि संघ की गणवेश में समयानुसार बदलाव संभव है। पहले भी बदलाव हुए है और जरूरत पढने पर होते रहेंगे। स्वयंसेवक की पहचान गुणों से है न की गणवेश से। स्वयंसेवकों के गुणों और संस्कारों के कारण ही तो 92 साल के संघ ने देश—दुनिया के पटल पर एक अनुशासित संगठन के रूप में स्थान बनाया है।
घोष की ताल पर संचलन
विजयादशमी उत्सव के बाद पथ संचलन निकाला गया। स्वयंसेवकों ने संघ की गणवेश में शामिल फुलपेंट पहनकर संचलन में भाग लिया। संचलन शहर के विभिन्न मार्गों से गुजरा। समाज—बंधुओं ने पुष्प वर्षा कर संचलन का स्वागत किया। आम नागरिकों की ओर से संचलन के स्वागत में स्वागतद्वार भी लगाए गए। स्वयंसेवकों ने घोष की ताल पर कदम मिलाते हुए संचलन किया।नया गणवेश में फुलपेंट स्वयंसेवक और समाज—बंधुओं को खूब भाया।