विचार मंथन का मंच है शेखावाटी साहित्य संगम

शेखावाटी साहित्य संगम के पोस्टर विमोचन के अवसर पर संगम के मीडिया समन्वयक मुकेश कुमार ने कहा कि प्रमुख प्रकाशित पुस्तकें एक छत के नीचे हों एवं नूतन प्रकाशनों से शेखावाटी का समाज प्रत्यक्ष हो, साहित्य संगम यह कार्य करता है. साथ ही समसामयिक विषय जैसे भारत का स्व, संविधान, नागरिक शिष्टाचार, सुरक्षा, फिल्म, मानसिक स्वास्थ्य, सोशल मीडिया, विश्व में भारत का गौरव सहित अनेक विषयों पर पैनल डिस्कशन के माध्यम से वैचारिक मंथन, प्रतिभाओं को अवसर देना भी इस सारस्वत अनुष्ठान का उद्देश्य है. इस बार साहित्य संगम 28 सितंबर से 2 अक्तूबर 2023 तक पांच दिवसीय होगा, जिसमें देश के लगभग पचास प्रकाशनों की सौ से अधिक विषयों पर 1121 शीर्षक से संबंधित 4000 पुस्तकें उपलब्ध होंगी.

संपूर्ण विश्व में प्रतिष्ठित नेशनल बुक ट्रस्ट, प्रभात प्रकाशन के स्टाल सहित, विवेक अग्निहोत्री की अर्बन नक्सल, राजीव मिश्रा की विषैला वामपंथ व कृष्णांशी विषयक पुस्तक प्रकाशित करने वाले गरुड़ प्रकाशन आदि की पुस्तकें साहित्य संगम में उपलब्ध होंगी.

मेले में राजस्थान के पत्रिका, ज्ञान गंगा प्रकाशन के अतिरिक्त दिल्ली से विमर्श प्रकाशन व सुरुचि प्रकाशन, उत्तर प्रदेश लोकहित प्रकाशन व जागृति प्रकाशन, पंजाब से आकाशवाणी प्रकाशन एवं मध्य प्रदेश से अर्चना प्रकाशन की पुस्तकें भी विक्रय के लिए उपलब्ध रहेंगी.

धार्मिक, शैक्षिक, महिला, बालोपयोगी व सामयिक सहित अनेक विषयों की हिन्दी व अंग्रेजी पुस्तकें पाठक क्रय कर सकेंगे. पुस्तक प्रेमियों के लिए अंशु हर्ष की “महाभारत के हनुमान” तेज सिंह राठौड़ क़ी झील का दर्द एवं इंदुशेखर तत्पुरुष द्वारा लिखित “हिन्दुत्व एक विमर्श” व जे .एन. ऋषिवंशी की पुस्तक “कृष्णांशी” पर चर्चा होगी.

साहित्य संगम में भक्त भागवत, मेजर डॉ. सुरेंद्र पूनिया, लक्ष्मीनारायण भाला, संगम टॉक्स यूट्यूब चैनल की रुचि, संगीता प्रणवेंद्र, आईआईएमसी दिल्ली, वरिष्ठ पत्रकार अर्चना शर्मा जयपुर, आदि  गणमान्य वक्ता होंगे.

विद्यार्थियों की अनेक प्रतियोगिताएं वाद-विवाद, नृत्य, पोस्टर आदि होंगी साथ ही कंटेंट राइटिंग,  सोशल मीडिया आदि विषयों पर कार्यशालाएं भी आयोजित होंगी. शेखावाटी साहित्य संगम में ही कलाकृतियों के आकर्षक स्टॉल्स लगेंगे.

संगम में 29 सितम्बर संध्या के समय ओजस्वी युवा कवि राम भदावर, हरीश हिंदुस्तानी, भूमिका जैन, लटूरी लठ का काव्य प्रबोधन होगा. संध्याकालीन कार्यक्रम में महाराणा प्रताप के ‘दिवेर युद्ध विजय’ नाट्य का मंचन होगा. 30 सितम्बर को  दिवेर युद्ध विजय पर थियेटर एवं भक्ति संध्या होगी. जिसमें भजन रेपर Narci, नाटक युवतरंग संस्कृत नाटक दल होंगे. रविवार 1 अक्तूबर को नमन भारत सांस्कृतिक संध्या में crazy hoppers टीम अपनी प्रस्तुति देगी.

पांच दिवसीय कार्यक्रम का उद्देश्य समाज के हर वर्ग को स्व के विचार से भारत के नवोत्थान से जोड़ना है. कार्यक्रम में निःशुल्क प्रवेश हेतु Shekhawatisahitya.in पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं.

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