जयपुर 22 जनवरी। राजस्थान की गौरव महारानी पद्मिनी पर हाल ही में बनी फिल्म पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का अभिमत रखते हुए राजस्थान क्षेत्र के संघचालक डॉ. भगवती प्रकाश ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि अपने उद्दात्त, प्रेरक इतिहास के प्रति संघ सदैव आग्रही रहा है और इसलिए संघ के स्वयंसेवक सहज ही ऐसे राष्ट्रीय महत्व के विषयों पर समाज के साथ सहभागी होकर अग्रसर होते ही हैं।
डॉ. भगवती प्रकाश ने पूर्व में भी समाचार माध्यमों में इस सम्बन्ध में इस ऐतिहासिक
महत्व पर जानकारी दी है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का स्पष्ट अभिमत है कि ऐतिहासिक संदर्भों को राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में, इतिहास सम्मत जन भावना के अनुरूप ही अभिव्यक्त करना चाहिए। मलिक मुहम्मद जायसी ने ऐतिहासिक कथानक को ही कल्पना विस्तार दिया है। ऐतिहासिक उपन्यास, कथा, नाट्य, लेखन , मंचन तथा फिल्म निर्माण की अपने देश में लम्बी परम्परा रही है।
साहित्य सृजन में ऐतिहासिक घटना को रोचक बनाने के लिए कल्पना की छूट स्वाभाविक है , किंतु यह कल्पना की उड़ान पात्र की गरिमा व इतिहास तथा जनभावनाओं के अनुकूल होनी चाहिए। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर इतिहास के साथ खिलवाड गलत है। सरकार को इस प्रकार की घटनाओं पर जन भावना का ध्यान रखते हुए नियंत्रण रखना चाहिए। समाज भी जनतांत्रिक तरीके से किसी भी प्रकार की ऐतिहासिक छेड़छाड़ के विरूद्ध आंदोलन एवं जन जागरण के लिए स्वतत्र है।
संघ की यह स्थायी भूमिका है।