जयपुर। रा.स्वयंसेवक संघ, जयपुर प्रांत के प्रांत प्रचारक श्री निम्बाराम ने कहा कि देश की रक्षा का दायित्व मात्र सीमा पर तैनात सैनिकों का न होकर सम्पूर्ण नागरिकों का है। इसके लिए हम जहां भी जिन भी परिस्थितयों में कार्यरत हैं, हमें देश सेवा की भावना को अन्तर्निहित रखते हुए इस कार्य को सतत् रूप से करते रहना चाहिए। वे केशव विद्यापीठ संस्थान की श्री अग्रसेन स्नातकोत्तर शिक्षा महाविद्यालय जामडोली में आयोजित पुरातन छात्र सम्मेलन के दौरान हुई ‘शैक्षिक उन्न्यन के व्यावहारिक पक्ष’’ विषयक राष्टीय संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। यह कार्यक्रम पुरातन छात्र परिषद की ओर से आयोजित किया गया था।
स्वदेशी जागरुकता पर बल देते हुए श्री निम्बाराम ने कहा कि अपने आस—पास देश और समाजहित में कार्य करना भी देशभक्ति है। स्वदेशी वस्तुओं का उपभोग करके भी हम देश की सेवा कर सकते हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष डाॅ.विमल प्रसाद अग्रवाल ने की। उन्होंने अपने उ्दबोधन में बताया कि समय के साथ परिवर्तन होना स्वाभाविक है। इसी आधार पर शिक्षा में भी परिवर्तन होते रहे हैं किन्तु परिवर्तन हमारे संस्कारों एवं मूल्यों में हृास का कारण न बने। इस अवसर पर स्थानीय महाविद्यालय की प्रबंध समिति के अध्यक्ष-डाॅ. बनवारी लाल नाटिया, मंत्री-डाॅ. राजीव सक्सेना, प्राचार्य-डाॅ. अशोक कुमार सिडाना, परिषद के अध्यक्ष डाॅ. गोविन्द सिंह भी उपस्थित