—बजरंग दल के शौर्य प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन सत्र
टोंक, 10 जून। ईसाइयत और इस्लाम धर्म न होकर विशुद्ध राजनीति है। अगर ऐसा नहीं होता तो इनके आधार पर राज्य कायम नहीं किए जाते। यह कहना है विश्व हिन्दू परिषद के अन्तर्राष्टीय संगठन मंत्री श्री दिनेश चन्द्र का। वे शुक्रवार को निवाई स्थित सरस्वती विद्या मंदिर में बजरंग दल के शौर्य प्रशिक्षण शिविरि के उद्घाटन सत्र में बोल रहे थे।
प्रशिक्षण लेने आए शिक्षार्थियों को संबोधित करते हुए श्री दिनेशचन्द्र ने कहा कि हिन्दुत्व अपने आप में पूर्ण जीवनशैली है जिसे संस्कारों द्वारा पुष्ट किया जाता है। इस अवसर पर श्री दिनेश चन्द्र ने धर्मांतरण को रोकने के साथ धर्म परिवर्तन कर चुके हिन्दुओं की घर वापसी पर भी बल दिया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महंत मनीषदास जी महाराज ने कहा कि आपसी संगठन के अभाव में कश्मीर और आसाम में हिन्दुओं को अपमानित होना पडा। अतीत की पराजयों के कारण वह भाग्यवादी हो गया। आज आवश्यकता है पुरूषार्थी बनकर स्वयं और अपने हिन्दुस्थान का भाग्य बदलने की।